कोरोना के बीच अमेठी में मचा घमासान, कांग्रेस पर भड़की स्मृति ईरानी

by Mahima Bhatnagar
Smiti irani

नई दिल्ली। कोरोना जंग के बीच उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े सियासी रणक्षेत्र में नया घमासान छिड़ गया है। कांग्रेस के आरोपों पर अमेठी से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पलटवार किया है। इससे पहले रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया था गौरीगंज में कांग्रेस दफ्तर पर छापे मारे गए हैं। अब स्मृति ने कांग्रेस पर कोरोना से जंग लड़ रहे प्रशासन को बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया है।

इसे भी पढ़ें: कोरोना: 20 अप्रैल से देश में क्या बंद रहेगा और क्या खुलेगा रहेगा

स्मृति ईरानी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘आदरणीय कांग्रेस कृपया फेक न्यूज ना फैलाएं। आपके कार्यकर्ता 25 मार्च से अमेठी में इसी प्रशासन के माध्यम से पास लेकर राहत देने के नाम पर घूम रहे हैं। आज तक इसी प्रशासन ने अमेठी को कोरोना मुक्त रखा है। इन्हें परेशान और बदनाम ना करें।’ बता दें कि अमेठी में अब तक कोरोना का कोई मामला नहीं सामने आया है।

डीएम बोले-छापे की खबर झूठी

अमेठी के डीएम अरुण कुमार का कहना है कि एसडीएम गौरीगंज से जांच कराने के बाद पाया गया कि छापेमारी की खबर झूठी और निराधार है।इस बीच पूरे मामले में गौरीगंज के एसडीएम ने अमेठी के जिलाधिकारी को चिट्ठी लिखकर छापे की बात को निराधार बताया। एसडीएम गौरीगंज ने लिखा, ‘राजस्व और पूर्ति विभाग के कर्मचारी लाभार्थियों की सूची लेने के लिए कांग्रेस कार्यालय गए थे। कोई छापेमारी नहीं की गई है। कांग्रेस कार्यालय बंद था।’

इसे भी पढ़ें: 20 अप्रैल से ऑफिस जाने वाले जान लें सरकार की ये जरूरी गाइडलाइन

सुरजेवाला ने लगाया छापे का आरोप

इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने रविवार रात ट्वीट करते हुए कहा, ‘अमेठी में कोरोना पर राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण। गौरीगंज जिला कांग्रेस कार्यालय में बिना कारण और बिना वॉरंट प्रशासन छापा डालने पहुंचा। शायद राहुल गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा अमेठी की जनता को दी जा रही मदद योगी सरकार को हजम नहीं हुई। राजनीति छोड़ें, मिल कर मदद करें।’

क्या है पूरा विवाद

जानकारी के मुताबिक रविवार शाम को तहसीलदार की अगुवाई में कुछ प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस टीम गौरीगंज स्थित कांग्रेस कार्यालय पहुंची। इसके बाद टीम सीधे राहुल गांधी के जनसंपर्क कार्यालय गई और वहां रखी राहत सामग्रियों की जांच की। वहां मौजूद लोगों से राहत सामग्रियों के बारे में जानकारी ली। ब्योरा जुटाने के बाद टीम वापस चली गई। इसके बाद एमएलसी दीपक सिंह ने ट्वीट कर मामले को हवा दे दी।

इसे भी पढ़ें: 56 साल की इस महिला वैज्ञानिक ने कोरोना वायरस की पहले ही कर ली थी खोज

एमएलसी दीपक सिंह ने ट्वीट कर लिखा, ‘स्मृति ईरानी जी,आप बड़ी भूल कर रही हैं। खुद अपने मंत्रालय से अमेठी को कुछ दिया नहीं, अगर राहुल और प्रियंका जी मदद कर रही हैं तो अधिकारियों से छापा डलवाया जा रहा है। यह सब सामान अमेठी की उस जनता के लिए है जो कांग्रेस के परिवार जैसी है।’ उन्होंने कहा कि छापा मारने वाले अधिकारियों को जवाब देना पड़ेगा।