कभी जिस घोटाले की चर्चा देश का हर नागरिक अपने तरीके से किया करता था, उस घोटाले पर बहस अब एक बार फिर छिड़ गई है। लेकिन इस बार तो इस घोटाले के अस्तित्व पर ही सवाल खड़े हो गये हैं, यानी सवाल यह उठ रहे हैं कि यह घोटाला हुआ भी है या नहीं?। जी हां, सीबीआई की अदालत ने देश के सबसे बड़े घोटाले यानी 2G स्पेक्ट्रम घोटाले में सभी आरोपियों को अब बरी कर दिया है। 2G स्पेक्ट्रम घोटाले में 1 लाख 76 हज़ार करोड़ रुपये के बंदरबाट का आरोप लगा था। यह वहीं घोटाला है जिसकी चर्चा वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में सबसे ज्यादा हुई थी और जिसकी वजह से यूपीए सरकार चुनाव भी हार गई थी।
लेकिन अब कोर्ट ने इस मामले के सभी आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया है। पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और डीएमके प्रमुख की बेटी कनिमोझी समेत इस मामले में कुल 14 से ज्यादा आरोपी थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कनिमोझी ने तो इस मामले में जेल की सजा भी काटी है, लेकिन अब इस मामले में कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। कोर्ट के इस फैसले से देश की राजनीति में एक बार फिर से उबाल आ गया है।
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2G घोटाले में आए फैसले पर विपक्ष ने राज्यसभा में जमकर हंगामा किया । जिसके कारण सदन की कार्रवाई बाधित रही। इस मुद्दे पर भारी हंगामे के बीच राज्यसभा सांसद और देश के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को बोलने तक नहीं दिया गया।इस घोटाले के मुख्य आरोपी कनिमोझी और राजा के बरी होने के बाद जहां कांग्रेस ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा की 2G घोटाला हुआ ही नहीं जबकि बीजेपी ने जबरदस्ती कांग्रेस की सरकार को बदनाम करने की कोशिश की है। बीजेपी को पूरे देश से माफी मागनी चाहिए।
तो वही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा की 2G घोटाले से देश को भारी नुकसान हुआ है, कांग्रेस को इस फैसले से खुश नहीं होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि ये फैसला आखिरी नहीं है। आपको बता दें कि पूर्व सीएजी विनोद राय ने वर्ष 2011 में अपनी रिपोर्ट में इस घोटाले का खुलासा किया था।