नई दिल्ली। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन और तनाव बढ़ता जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी 10 से 50 साल की उम्र की महिलाओं को भगवान अयप्पा के दर्शन नहीं मिले। मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते को प्रदर्शनकारियों ने रोक दिया, और महिलाओं को वापस भेजने की मांग करने लगे।
इसे भी पढ़ें: कुछ देर के लिए दुनियाभर में ठप होने के बाद दोबारा शुरू हुआ यूट्यूब
इसी बीच केरल के निल्लकल, पंपा, एल्वाकुलम, सन्निधनम में धारा 144 लागू कर दी गई है। इस इलाके में एकसाथ चार से ज्यादा लोग एकत्र नहीं हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: सबरीमाला मंदिर: मंदिर जा रही महिलाओं को लोगों ने रोका, जोरदार प्रदर्शन जारी
हिंसा पर केंद्र की भी नजर
इधर केंद्रीय गृह मंत्रालय में केरल में आज हुए हिंसा का संज्ञान लिया है। सूत्रों के मुताबिक केंद्र की घटना पर कड़ी नजर है। बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती के बावजूद दर्शन के लिए जा रहीं महिलाओं को लौटा दिया गया है। उधर, प्रदर्शनकारियों ने मीडिया पर भी हमला बोल दिया। निलक्कल के रास्ते में प्रदर्शनकारियों ने कुछ चैनलों के पत्रकारों और उनकी टीम को निशाना बनाया है। बाद में पुलिस ने अपनी गाड़ी में उन्हें सुरक्षित वहां से बाहर निकाला। उधर, पुलिस ने निलक्कल और पंपा में विरोध कर रहे त्रावणकोर देवासम बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सहित 50 लोगों को हिरासत में लिया है।
इसे भी पढ़ें: आज है अष्टमी, इस विधि से करें कन्या पूजन