नई दिल्ली। तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव के घोषणा के बाद सपा और बसपा ने कांग्रेस को समर्थन का ऐलान किया। जिसके बाद विपक्षी पार्टियों की एकता दिखाई देने लगी। लेकिन आज कुछ ऐसा हुआ जिसके कारण विपक्ष में दरार दिखाई दी। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सीएम के शपथग्रहण समारोह से अखिलेश और मायावती ने किनारा कर लिया है। बता दें कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में बहुमत के ठीक नजदीक पहुंच कर थमी कांग्रेस को एसपी, बीएसपी विधायकों का समर्थन मिला है।
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आज इन तीनों राज्यों के सीएम शपथ लेंगे। मध्य प्रदेश में कमलनाथ, राजस्थान में अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। कर्नाटक चुनावों की तरह कांग्रेस ने इस तीनों शपथग्रहण समारोहों में विपक्ष की एकता दिखाने की तैयारी की थी, लेकिन अब ऐसा होता नहीं दिख रहा।
Samajwadi Party (SP) President Akhilesh Yadav and Bahujan Samaj Party (BSP) Chief Mayawati will not participate in the swearing-in ceremonies in Rajasthan, Chhattisgarh and Madhya Pradesh today. (file pics) pic.twitter.com/2GbkuXAeOg
— ANI UP (@ANINewsUP) December 17, 2018
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस ने इन तीनों राज्यों के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए शरद पवार, शरद यादव, एम. के. स्टालिन, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव, मायावती, ममता बनर्जी और अन्य विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया है। तीनों राज्यों में एक ही दिन अलग-अलग समय पर शपथग्रहण समारोह होने वाले हैं। बीएसपी सुप्रीम मायावती और एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव इस समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं।
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यूपी में महागठबंधन को लेकर कंप्यूजन वजह तो नहीं?
सवाल यह है कि कांग्रेस को सरकार बनाने में मदद करने वाले ये दोनों पार्टियों शपथग्रहण से क्यों दूर रह रही हैं? कहा जा रहा है कि यूपी में महागठबंधन की तस्वीर अभी स्पष्ट नहीं बन पाई है। ऐसे में अखिलेश और मायावती कांग्रेस के साथ मंच साझा करने को लेकर एक असमंजस की स्थिति में हैं। यूपी में अखिलेश और माया के बीच गठबंधन तो करीब तय नजर आ रहा है लेकिन उसमें कांग्रेस की भूमिका स्पष्ट नहीं हो पा रही है।