रेन्समवेयर ‘Waanacry’ का असर भले ही पूरे विश्व के कंप्यूटरों में देखने को मिल रहा है लेकिन इसका अभी तक भारत में वैसा असर देखने को नहीं मिल रहा है| ऐसा इसलिए नहीं है कि भारतीय बैंकिंग सिस्टम और एटीएम सिस्टम बेहद मजबूत है| इसका कारण है भारत के एटीएम नेटवर्क का ‘आउटडेटेड ‘ होना| माना जा रहा है कि ग्लोबल बैंकों के मुकाबले आउटडेटेड सिस्टम्स पर काम करने के कारण भारतीय बैंकों और एटीएम के कामकाज में बाधा नहीं पड़ी। किसी बड़े बैंक और आरबीआई की तरफ से भी देश के फाइनैंशल सिस्टम में किसी गड़बड़ी की खबर नहीं आई। दक्षिण भारत में एक-दो छोटे बैंकों पर इसका असर पड़ा है। वहीं सरकार ने सोमवार को कहा कि ग्लोबल रैन्समवेयर अटैक का भारत में कोई गंभीर असर नहीं पड़ा है। आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नैशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) की ओर से चलाए जाने वाले सिस्टम्स सुरक्षित हैं। प्रसाद ने कहा, ‘दूसरे देशों की तरह भारत पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है। हम नजर बनाए हुए हैं। अब तक जो सूचना मिली है, उसके मुताबिक केरल और आंध्र प्रदेश में सीमित क्षेत्रों में इक्का-दुक्का घटनाएं हुई हैं।’
रैन्समवेयर वान्नाक्राई से साइबर अटैक के खतरे को देखते हुए बैंकिंग, टेलिकॉम, पावर और एविएशन जैसे सेक्टरों में अहम नेटवर्क्स की मॉनिटरिंग की जा रही है। वान्नाक्राई ने रूस और ब्रिटेन सहित 150 से ज्यादा देशों में नेटवर्कों में बाधा डाली है।