मौका तो था गंगा को कैसे अविरल बनाया जाए लेकिन ये गैर राजनीतिक सम्मेलन भी राजनीतिक रंग में रंग गया| जब इस सम्मेलन में शामिल होने आए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अपने भाषण में नीतीश से आग्रह किया कि पीएम बनने के विचार को कतई खारिज नहीं करें| यह देश की जनता की इच्छा है| देश में अच्छे नेताओं की बेहद कमी है, और यह भी कि नीतीश अच्छे नेताओं की शर्तों को पूरा करते हैं| खासकर शराबबंदी को लागू कर उन्होंने साबित किया कि देशहित में कठोर फैसले लेने और उसे लागू करने में सक्षम हैं| हालांकि सीएम के चेहरे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई लेकिन उन्होंने नीतीश कुमार को अगले पीएम पद का कैंडिडेट जरुर बता दिया| भाषण के दौरान स्वामी ने कांग्रेस की जमकर आलोचना की और कहा कि गंगा को लेकर कांग्रेस ने भी अपना कमिटमेंट पूरा नही किया| जिसका नतीजा ये निकला कि कांग्रेस डूब गई| उन्होंने बीजेपी को भी चेताया और कहा कि अगर उन्होंने कोताही की तो उन्हें भी गंगा औरों की तरह बहा ले जाएगी| इस मौके पर स्वामी ने ऐलान किया कि इस साल अक्तूबर के अंतिम सप्ताह में बनारस में गंगा संसद का आयोजन करेंगे|
इधर नीतीश कुमार ने भी स्वामी की जमकर तारीफ की और कहा कि वाराणसी में आयोजित होने वाले गंगा संसद में वो जरुर जाएंगे| अगर उन्हें बुलावा नहीं भी मिला तो भी वो जाएंगे और वहां कही जाने वाली बातों को सुनेंगे|