नई दिल्ली। दीपिका पादुकोण जब दिल्ली के जेएनयू में सपोर्ट करने पहुंची तबसे ही वो लोगों के निशाने पर आ गई। ट्विटर पर लोगों ने उन्हें और उनकी आने वाली फिल्म को बॉयकॉट करन का नारा लगाना शुरू कर दिया है। जिसके बाद #Boycottchhapaak ट्रेंड करने लगा है। जब फैंस ने लोगों को दीपिका के खिलाफ खड़ा देखा तो वो भी अपनी फेवरेट एक्ट्रेस के सपोर्ट में उतर आए। ऐसे में #ISupportDeepika की शुरुआत हुई।
इसे भी पढें: दीपिका से सलमान तक, ये वो मौके जब स्टार्स का किया गया बहिष्कार
इस तरह शुरू हुआ दीपिका को ट्रोल करने का सिलसिला
दीपिका पादुकोण जब दिल्ली में अपनी फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में आईं थी। तब वो मंगलवार को जेएनयू गईं और वहां 10 मिनट की साइलेंट प्रोट्स्ट किया। जिसको लेकर लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल करना शुरू कर दिया।
इसे भी पढ़ें: 2020 में बॉलीवुड की ये जोड़ियां लेगी सात फेरे!
हैशटैग वॉर
दीपिका के जेएनयू जाने के बाद #BoycottChhapaak की शुरुआत हुई। मंगलवार शाम को ये हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा था। छपाक इस शुक्रवार को रिलीज हो रही है। बीजेपी के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने दीपिका पादुकोण की जेएनयू के विद्यार्थियों के साथ खड़े हुए फोटो शेयर करते हुए लोगों से उनकी फिल्म को बॉयकॉट करने के लिए कहा। बग्गा के ट्वीट को 30,000 बार रीट्वीट किया गया था।
RT if you will Boycott Movies of @deepikapadukone for her Support to #TukdeTukdeGang and Afzal Gang pic.twitter.com/LN5rpwjDmT
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) January 7, 2020
इसी के बाद दीपिका के सपोर्ट में लोग उतरे और उन्होंने #ISupportDeepika की शुरुआत की। इस मामले में सबसे जायदा रीट्वीट होने वाले ट्वीट को @thepeeinghuman नाम के ट्विटर हैंडल ने पोस्ट किया था। इस ट्वीट में #ISupportDeepika का इस्तेमाल किया गया था, जिसे 9,800 बार रीट्वीट किया गया। इन दोनों हैशटैग में काफी घमासान हुआ और दोनों कभी ऊपर तो कभी नीचे होते रहे।
इसे भी पढ़ें: बॉलीवुड की इन एक्ट्रेस की कमाई अपने पतियों से है कितनी ज्यादा, पढ़ें यहां
ध्यान देने वाली
जहां #BoycottChhapaak दीपिका पादुकोण और उनकी फिल्म दोनों को टारगेट कर रहा था वहीं ध्यान देने वाली बात ये भी है कि ऐसा करने वाली सभी यूजर्स फिल्म के खिलाफ नहीं थे।
इसे भी पढ़ें: बॉलीवुड के मेगास्टर अमिताभ बच्चन को मिला दादा साहेब फालके पुरस्कार
लोगों की सोच दीपिका के सपोर्ट और छपाक के बॉयकॉट में अलग-अलग थी। ऐसे में ये बात साफ होती है कि हैशटैग, नंबर और किसी के नाम को लेने से इस जंग को कौन जीता ये बात साबित नहीं हो पाएगी। दोनों ट्रेंड दोनों तरफ के लोगों ने इस्तेमाल किए थे और दोनों का मकसद अलग था।