विदेशों में भारतीयों की सुरक्षा के लिए हमेशा चिंतित रहने वाली देश की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की पहल ने एक बार फिर रंग दिखाया है| सुषमा स्वराज की पहल के बाद एक भारतीय मुस्लिम महिला पाकिस्तान से सकुशल लौटकर भारत पहुंची| भारत पहुंची उज्मा ने पाकिस्तान को मौत का कुआं बताया और कहा कि वहां जाना आसान है लेकिन वहां से लौटना नामुमकिन है| विदेशों में भारतीयों की सुरक्षा के लिए हमेशा चिंतित रहने वाली देश की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की पहल ने एक बार फिर रंग दिखाया है| सुषमा स्वराज की पहल के बाद एक भारतीय मुस्लिम महिला पाकिस्तान से सकुशल लौटकर भारत पहुंची| भारत पहुंची उज्मा ने पाकिस्तान को मौत का कुआं बताया और कहा कि वहां जाना आसान है लेकिन वहां से लौटना नामुमकिन है| भारत लौटने पर उज्मा ने सुषमा स्वराज को धन्यवाद दिया और मीडिया को पाकिस्तान में हुई घटना की जानकारी दी| उन्होंने कहा, ‘मुझे हिन्दुस्तान आकर बेहद खुशी हुई। अब लग रहा है कि मैं आजादी में सांस ले रही हूं। मैं सुषमा मैम को धन्यवाद देती हूं। मैं सिर्फ घूमने के लिए पाकिस्तान गई थी। वहां, ताहिर ने मुझे नींद की गोलियां देकर टॉर्चर किया। किडनैप कर मुझे एक अजीब से गांव में रखा। वहां के लोग बहुत अलग हैं। ताहिर ने मुझे डराया और बेटी को किडनैप करने की धमकी देकर साइन करा लिए थे।’
इससे पहले अपने वतन लौटी उजमा के लिए इस्लामाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर वाघा बार्डर तक सिक्योरिटी मुहैया करायी गयी। मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली उजमा ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली ने झूठ बोलकर उसे पाकिस्तान बुलाया और बंदूक की नोक पर उससे शादी की।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस अवसर पर ट्वीट कर उजमा का स्वागत किया और पाकिस्तान में उनके साथ होने वाली घटना पर दुख प्रकट किया।
वहीं उजमा के भाई वसीम अहमद ने कहा कि भारत सरकार ने उजमा के लिए उम्मीद से बढ़कर किया और हाई कोर्ट के आदेश के बाद उजमा भारत लौट आयी। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय दूतावास ने उजमा को पूरी सावधानी से रखा। उन्होंने 5 मई, 2017 को इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में शरण लिया। उन्होंने आगे बताया कि सरकार, सुषमा व भारतीय उच्चायोग का शुक्रिया अदा करने के लिए उनके पास शब्द नहीं हैं।