मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि इसके राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए| मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि ये एक गैर राजनीतिक मुलाकात थी और उन्होंने कहा कि पीएम से मिलने के बाद उन्होंने उनके सामने कुछ मांगे रखी हैं| सीएम ने कहा पीएम से मुलाकात के दौरान उन्होंने गंगा की अविरलता से लेकर राज्य को विशेष राज्य संबंधी मामलों पर भी अपनी बातों को रखा|नीतीश कुमार ने कहा कि चुंकि मारीशस के पीएम के सम्मान में यह भोज आयोजित किया गया था, और मुझे बुलाया गया था तो मैं बतौर बिहार के सीएम आया|
मॉरीशस के सम्मान में हुए भोज में शामिल होना और बिहार की समस्याओं को बताना ही मेरा मकसद था| नीतीश ने महागठबंधन के नेताओं द्वारा इस मुलाकात पर दी गई प्रतिक्रिया के बारे में कहा कि हम बिहार में मजे से सरकार चला रहे है और सरकार अपना फुल टर्म पूरा करेगी|
सोनिया से मुलाकात के बारे में नीतीश ने कहा कि उनका भोज एक पॉलिटिकल मीटिंग था जिसमें पार्टी की तरफ से वरीय नेता शरद यादव जी गए थे| जहां तक सोनिया गांधी से मिलने की बात है तो मैं उनसे अप्रैल में ही मिल चुका हूं|
नीतीश ने कहा कि मीटिंग में कौन जायेगा ये हमने पांच दिन पहले से ही तय कर राखा था| नीतीश ने लालू समेत उनके परिवार और मीसा पर लग रहे आरोपों पर कुछ नहीं बोला और कहा कि आरोपों का क्या तथ्य है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है और बगैर कोई जानकारी मैं किसी भी तथ्य पर नहीं बोलता|
नीतीश ने विपक्ष और राजद नेताओं के कमेंट पर प्रतिक्रिया न देते हुए कहा कि मैं किसी आरोप और कमेंट पर प्रतिक्रिया नहीं देता सिर्फ तथ्यों पर टिप्पणी करता हूं| उन्होंने कहा कि मैंने गंगा बेसिन को लेकर सवाल उठाया है|
बिहार से गुजरने वाली गंगा में गाद की समस्या को पीएम ने भी माना है| हर साल बिहार को बाढ़ से काफी हानि काफी होती है इसलिये बाढ़ से पहले समाधान करने की मांग की है.