राज्य में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर जिला परिषद की अध्यक्ष की कुर्सी हथियाने वाली ने गया की शेरघाटी कोर्ट में सरेंडर कर दिया| सरेंडर करने के बाद कोर्ट ने जिप अध्यक्ष करुणा कुमारी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है| जानकारी के मुताबिक पिछले साल हुए पंचायती राज के त्रिस्तरीय चुनाव में करुणा कुमार ने स्वयं को दांगी जाति का बताते हुए अपना नामांकन दाखिल किया था| उसके बाद वह चुनाव जीतकर जिला परिषद अध्यक्ष के पद पर आसीन हो गयीं| जिप अध्यक्ष फर्जी जाति प्रमाण पत्र की शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग को मिली.
राज्य निर्वाचन आयोग ने इस पूरे मामले की जांच की और आरोप को सही पाया| आयोग ने जांच में पाया कि करुणा द्वारा पेश किया गया जाति प्रमाण पत्र पूरी तरह फर्जी है| उसके बाद डीएम के आदेश पर करुणा के खिलाफ स्थानीय थाने में मामला दर्ज किया गया | उसके बाद करुणा कुमारी ने सिविल कोर्ट में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया| दांगी जाति को राज्य सरकार ने पिछड़ा वर्ग में शामिल किया है| इस बारे में जिला परिषद की एक सदस्य लक्ष्मी देवी और उमेश प्रसाद द्वारा करुणा के खिलाफ राज्य निर्वाचन आयोग में शिकायत की गयी थी|