कर्ज लेकर आदमी कितना मजबूर हो जाता है इसकी बानगी देखनी है तो चले आइए आईजीआईएमएस,रुबन अस्पताल और पारस अस्पताल| यहां आते ही कर्ज में डूबे एक लाचार आदमी की तरफ से लगाया गया नोटिस आपकी ध्यान खींच लेगा| नोटिस में इस शख्स ने लिखा है कि वो अपनी एक किडनी दान में देना चाहता है इस नंबर पर संपर्क करें| लिखा तो इसने है कि वो अपनी किडनी दान करना चाहता है लेकिन दरअसल वो अपनी किडनी बेचकर अपनी बेटी की शादी में लिए कर्ज को तोड़ना चाहता है| ये नोटिस दिखाता है कि हमारे समाज में रुपयों का कितना बड़ा स्थान है इसके आगे न तो कोई आपकी जिंदगी है और न ही आपका परिवार|
दरअसल नोटिस लगाने वाले आदमी की पूरी कहानी किस्मत की मारी हुई है| वो कहते हैं कि साल 2009 में महाजन से कर्ज लेकर बेटी की शादी की थी| कुछ रुपए उसने महाजन को लौटाए भी लेकिन जब एक बार ज्यादा रुपए जमा कर महाजन को देने की बात सोच रहा था कि घर में किसी कारणवश आग लग गई| उस आग के चलते घर में रखे जमा किए हुए रुपए जल गए| फिर साल 2014 में रुपए लौटाने की सोचा तो पत्नी बीमार पर पड़ गई और एक बार फिर महाजन से दो लाख रुपए कर्ज लेना पड़ा|
कर्ज चुका नहीं पाने के चलते अब उन्हें महाजनों की तरफ से जान मारने की धमकी मिल रही है और जबरन कागज तैयार करवाया जा रहा है| डर के चलते वो अपने घर पर भी नहीं रह पा रहे हैं| बाटा कंपनी में काम करने वाले इस शख्स की नौकरी भी महाजनों के डर के चलते चली गई| इस शख्स के उपर महाजनों का कर्जा दस लाख रुपए से उपर पहुंच चुका है और वो कहता है कि अगर उसने रुपया नहीं चुका पाया तो उसके सिवा खुदकुशी करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचेगा|