राजस्थान सरकार के एक फैसले ने वहां बतौर शिक्षक काम कर रहे बिहारी नौकरीपेशा लोगों को मुश्किल में डाल दिया है| दरअसल राजस्थान सरकार ने बी एन मंडल युनिवर्सिटी,मधेपुरा और एल एन मिथिला युनिवर्सिटी से संबद्ध कुछ कॉलेजों की बी एड की डिग्री को फर्जी करार दिया है| इन कॉलेजों की डिग्री पर नौकरी कर रहे लोगों की जानकारी जुटायी जा रही है। अगर इन संस्थानों से डिग्री लेकर राजस्थान में कोई शिक्षक की नौकरी कर रहा है तो संभव है कि वहां की सरकार उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा भी करे|
शिक्षा विभाग ने इन कॉलेजों से प्राप्त डिग्री के आधार पर नौकरी कर रहे शिक्षकों की सूची डिग्री की कॉपी के साथ मांगी है। फर्जी करार दिए गए सभी 6 कॉलेज भूपेंद्र नारायण मंडल विवि, मधेपुरा और एलएन मिथिला विवि दरभंगा से जुड़े हैं।
इन कॉलेजों को किया गया फर्जी घोषित
नेशनल टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, अरेर दरभंगा।
फखरुद्दीन टीचर्स कॉलेज, लहेरियासराय।
आरए बीएड कॉलेज, आलमनगर मधेपुरा।
मुस्लिम माइनोरिटी अहमदिया कॉलेज, रामपाड़ा कटिहार।
एसएम जरीफ कॉलेज ऑफ एजुकेशन, दरभंगा।
एसएनए बीएड कॉलेज, रामपाड़ा कटिहार।