इंटर आर्ट्स टॉपर गणेश राम को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के टॉपर लिस्ट से हटाए जाने के बाद प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने कई अफसरों पर गाज गिरने के संकेत दिए हैं| शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार बोर्ड से स्पष्टीकरण पूछेगी कि इसके लिए जिम्मेदार कौन लोग हैं? टॉपर की जांच रिजल्ट जारी करने से पहले जांच क्यों नहीं की गई? अशोक चौधरी ने कहा कि सख्त और कदाचारमुक्त परीक्षा और मूल्यांकन कराकर परीक्षा प्रणाली में सुधार किया जा रहा था,लेकिन बोर्ड ने सब किए पर पानी फेर दिया| उन्होंने कहा कि इसकी जांच होगी और राज्य की छवि बिगाड़ने के जो भी जिम्मेवार होंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी| शिक्षा मंत्री ने कहा कि गणेश राम की मेरिट में कोई गड़बड़ी नहीं थी जांच में पाया गया कि वह पहले से ही बी कॉम पास है| साल 1994 में ही उसने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी|
शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि बीएसईबी एक स्वतंत्र ईकाई है वो खुद निर्णय लेती है| लेकिन पिछले साल टॉपर घोटाला होने के बाद सरकार की ओर से बोर्ड को साफ निर्देश दिया गया था कि टॉपरों की सूची जारी करने से पहले इस सूची में शामिल सभी परीक्षार्थियों का सशरीऱ सत्यापन कराया जाए| कल तक जिस गणेश राम को बोर्ड टॉपर मान रहा था,वह कैसे फर्जी निकल गया| शिक्षा मंत्री ने साफ कहा ये लापरवाही का मामला है|