इंटरमीडिएट के खराब रिजल्ट के बाद बोर्ड अब नई मुसीबतों में घिरता नजर आ रहा है| बोर्ड ऑफिस के कर्मचारियों की मिलीभगत से डाटा हैकर्स ने परीक्षार्थियों का डाटा हैक कर उसके नंबर बढ़ाने के नाम पर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं| ये सब खुलेआम हो रहा है, ये हैकर्स खुलेआम छात्रों को फोन करते हैं और बताते हैं कि उन्हें इस विषय में क्रॉस लगा है और वो अगर इतना रुपया दें तो वो उन्हें पास करा देंगे| इन हैकर्स की हिम्मत देखिए ये लोग अपना मोबाइल नंबर,खाता नंबर भी छात्रों को भेज रहे हैं| पिछले तीन-चार दिनों से ये खेल खेला जा रहा है, लेकिन बोर्ड अधिकारियों ने इस मामले में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है |
दरअसल ऑनलाइन आवेदन करने वाले छात्रों के डाटा इन हैकर्स ने निकाल लिए हैं| अब वो इसी डाटा के आधार पर छात्रों को ब्लैकमेल कर रहे हैं| इंटरमीडिएट के बाद मैट्रिक के छात्र इन हैकर्स के टारगेट पर हैं|
बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जल्दी ही निकलने वाला है। इसमें शामिल परीक्षार्थियों के हैक डाटा से उनके फोन नंबर निकाल साइबर अपराधी पूरे राज्य में परीक्षार्थियों व उनके परिजनों को ताबड़तोड़ फोन कर रहे हैं। आश्चर्यी की बात ये है कि ये हैकर्स संबंधित परीक्षार्थी को उसके नाम, स्कूल, पता की पक्की जानकाीर दे रहे हैं|
साइबर अपराधी नंबर बढ़वाने का लालच देकर रुपयों की मांग कर रहे हैं। खास बात यह है कि ऐसे कॉल इंटर के रिजल्ट के पहले इंटर परीक्षार्थियों को भी आए थे। कई परीक्षार्थियों के अनुसार उन दिनों उन्हें नंबर की जो जानकारी दी गई थी, कमोबेश वह सही निकली थी।
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि जानकारी के बाद कई जिलों में एफआइआर भी दर्ज कराए गए हैं। उन्होंने माना कि स्कूल के कंप्यूटर ऑपरेटर या साइबर कैफे से डाटा लीक हो सकते हैं। लेकिन, उनके अनुसार रिजल्ट में छेड़छाड़ संभव नहीं।