समस्तीपुर जिले में एक रिटायर्ड दारोगा को जेल की हवा खानी पड़ी| एसपी के आदेश पर इस रिटायर्ड दारोगा के खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया| दरअसल दारोगा साहब ने रिटायरमेंट के बाद भी अपनी सर्विस रिवॉल्वर विभाग को वापस नहीं की थी| दारोगा जी पर आरोप ये भी है कि उन्होंने मालखाने का चार्ज किसी और को नहीं सौंपा था| मामला जिले के मुफस्सिल थाने का है| वर्तमान थानाध्यक्ष के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में कहा गया था कि मालखाना प्रभारी ने सेवानिवृत्ति के तीन वर्षों बाद भी अपनी सर्विस रिवाल्वर विभाग के सुपुर्द नहीं की और न ही मालखाना का चार्ज दिया।
28 फरवरी 2014 को मुफस्सिल थाने में पदस्थापित विक्रांत दास सेवानिवृत्त हो गए थे। उनके पास उस समय भी मुफस्सिल थाने के मालखाना का प्रभार था। बार-बार विभाग द्वारा मालखाने का चार्ज देने और रिवॉल्वर जमा करने को लेकर उन्हें पत्र भी लिखा गया लेकिन दास ने न तो रिवाल्वर जमा की और न ही मालखाने का चार्ज सुपुर्द किया। विक्रांत दास निजी कार्यों से मंगलवार को समस्तीपुर आए थे। वे पटेल मैदान गोलंबर चौराहे पर पहुंचे थे, तभी मुफस्सिल थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।