कहते हैं दूध का जला,छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है| इंटरमीडिएट के रिजल्ट में गड़बड़ी के बाद शिक्षा विभाग मैट्रिक के रिजल्ट में कोई रिस्क लेने से बचता दिख रहा है| शिक्षा विभाग की मानें तो अगर इंटर की तरह ही मैट्रिक का रिजल्ट खराब हुआ तो ग्रेस मार्क्स देकर अधिक से अधिक परीक्षार्थियों को पास कराया जा सकता है| इसके लिए शिक्षा विभाग ने बोर्ड़ को सचेत किय है| एक हफ्ते बाद मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट निकलने वाला है| इसमें इस साल करीब 17 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए हैं| जानकारी के मुताबिक जिस तरह से मैट्रिक की परीक्षा कदाचार मुक्त हुई है और कॉपियों के मूल्यांकन में कड़ाई बरती गयी है,उससे पिछले साल की तुलना में रिजल्ट में गिरावट आ सकती है| पिछले साल 46 प्रतिशत छात्र पास हुए थे,जबकि इस साल कम छात्रों के पास होने की उम्मीद है| छात्रों की बेहतरी के लिए शिक्षा विभाग ने मॉडरेशन पॉलिसी लागू करने को कहा है| इसके तहत परीक्षार्थियों को ग्रेस मार्क्स दिए जाने की बिहार बोर्ड को सलाह दी गई है| इससे पहले शिक्षा विभाग ने बिहार बोर्ड को 10 जून तक मैट्रिक का रिजल्ट जारी करने का निर्देश दिया था,लेकिन रिजल्ट के मॉडरेशन की प्रक्रिया की वजह से अब 20 जून तक रिजल्ट घोषित किया जाएगा|