इंटरमीडिएट परीक्षा के खराब रिजल्ट के बीच बोर्ड ने रिजल्ट की स्क्रूटनी शुरु कर दी है| इसके लिए सूबे में 73 केंद्र बनाए गए हैं जो कि पटना सहित सूबे के कई जिलों में हैं| पटना में स्क्रूटनी के लिए सात केंद्र बनाए गए हैं| छात्रों के आक्रोश को देखते हुए विभाग फूंक फूंक कर कदम उठा रहा है| टॉपर घोटाले से जूझ रहा बोर्ड इस पर नजर रखे हुए है कि कोई गड़बड़ी नहीं हो|
गौरतलब है कि इस साल 30 मई को घोषित परीक्षा परिणामों में दो तिहाई छात्र फेल हो गए थे, जिसके बाद फेल परीक्षार्थियों ने इंटर काउंसिल ऑफिस के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया था| ये प्रदर्शन कमोवेश हर दिन सूबे के अलग-अलग जिलों में चल रहा है| छात्रों के प्रदर्शन को देख बिहार बोर्ड ने 3 जून से स्क्रूटनी के लिए आवेदन लेना शुरू कर दिया और ये आवेदन 12 जून तक लिये जायेंगे| शिक्षा विभाग की मानें तो जिन केंद्रों पर कापियों की जांच की गयी थी, उन्हीं केंद्रों पर स्क्रूटनी के लिए जांच केंद्र बनाये गये हैं| स्क्रूटनी के लिए बनाये गये हर केंद्र की निगरानी करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं| साथ ही हर केंद्र पर एक दंडाधिकारी की तैनाती की गयी है| केंद्र पर किसी प्रकार की धांधली न हो, इसके लिए कॉपियों में बारकोड का तरीका ही अपनाया गया है| सूत्रों की मानें तो 30 जून तक स्क्रूटनी के परिणाम आने की उम्मीद है|