AISF छात्र संगठन के नेताओं ने शिक्षा मंत्री से मिलकर इंटर परीक्षा से संबंधित आठ सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा| छात्र संगठन ने इस मांग में शिक्षा मंत्री से आग्रह किया है कि वो इंटर रिजल्ट की स्क्रूटनी की जगह कॉपियों का मुफ्त पुनर्मूल्यांकन करवाए,तीन विषयों में कंपार्टमेंटल परीक्षा,बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के चेयरमैन आनंद किशोर को हटाकर किसी शिक्षाविद को बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जाए| साथ ही इंटर रिजल्ट की गड़बड़ी की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों को सजा,समान स्कूल प्रणाली लागू करने सहित कुछ मांगों को मानने की मांग की| करीब आधे घंटे तक चली इस बातचीत के बाद शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि फिलहाल स्क्रूटनी के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं| उसके बाद ही पता चल पाएगा कि कितने छात्रों ने स्क्रूटनी के लिए आवेदन किया है और रिजल्ट में किस तरह की गड़बड़ियां हैं| उन्होंने कहा कि छात्रों की मांग पर ही स्क्रूटनी के लिए आवेदन फी घटाया गया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल छात्र पुनर्मूल्यांकन के मसले पर अड़े थे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि पुनर्मूल्यांकन कराना आसान नहीं है। लेकिन आवेदन आ जाने के बाद देखा जाएगा कि एक छात्र को एक विषय में अधिक अंक आते हैं, तो दूसरे में क्यों कम आ रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने मैट्रिक के परीक्षाफल के बाद बोर्ड में स्थायी शिक्षाविद अध्यक्ष की नियुक्ति की बात कही। शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने आर्ट कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य चंद्रभूषण श्रीवास्तव की बर्खास्तगी के मसले पर पटना युनिवर्सिटी के कुलपति को हटाने के संबंध में कहा जा चुका है,कि जिस व्यक्ति की वजह से कॉलेज इतने दिनों तक डिस्टर्ब रहा उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वहीं अशोक चौधरी ने सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर फैसला लेने की बात कही।