मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के चयन को लेकर बड़ा बयान दिया है| उन्होंने कहा कि इस मामले में पहले सत्तारुढ़ दल को सर्वसम्मति बनानी चाहिए तब विपक्षी पार्टियां अपना उम्मीदवार तय करेंगी| सीएम ने कहा कि इसमें ज्यादा समय नहीं लगेगा| सीएम ने कहा कि अगर सत्ताधार दल से सहमति नहीं बनती है तो विपक्ष अपना उम्मीदवार खड़ा करेगा| इससे पहले नीतीश कुमार वर्त्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के नाम की पैरवी कर चुके हैं| जिसके बाद से राष्ट्रपति पद के लिये जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव की संभावित उम्मीदवारी को भी तगड़ा झटका लगा क्यूंकि इस रेस में शरद यादव का भी नाम आ रहा था| मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को फिर से राष्ट्रपति बनाने की पैरवी करने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपनी सहमति जताई थी|