वृंदावन से पूजा-पाठ कर वापस पटना लौटे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर सुर्खियों में हैं| इस बार उनपर आरोप अपने पद के दुरुपयोग को लेकर है| जानकारी के मुताबिक उनके घर पर आजीआईएमएमस अस्पताल के तीन सीनियर डॉक्टरों की तैनाती कर दी गई| ये आदेश 31 मई को आजीआईएमएमस ने अपने विभागीय चिट्टी के जरिए किया है| तीन सीनियर डॉक्टरों के अलावा 2 और नर्स स्टाफ की भी तैनाती तेजप्रताप के घर की गई है| 8 जून को तेजप्रताप जब पूजा-पाठ के लिए वृंदावन गए तब जाकर इन डॉक्टरों को एक और विभागीय खत के जरिए आईजीआईएमएस वापस बुलाया गया| हैरत की बात तो ये है कि न तो IGIMS अधीक्षक और न ही डॉक्टरों को ये पता है कि आखिर बीमार तेजप्रताप थे या उनके घर का कोई और सदस्य|
बड़ी बात यह है कि IGIMS में वैसे ही डॉक्टरों की कमी है, ऊपर से स्वास्थ्य मंत्री के फरमान के बाद अस्पताल प्रशासन ने भी इसे पूरा करने में पूरी चुस्ती दिखा दी, बगैर ये सोचे हुए कि इन 3 सीनियर डॉक्टरों के न रहने से अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज प्रभावित हो सकता है|