पटना: राजीव नगर में हुई हिंसा मामले में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। यहाँ सबसे पहले आपको सम्बंधित घटना के बारे में बता दें कि मंगलवार को पटना के राजीवनगर दीघा रोड इलाके में जमकर बवाल हुआ । इस इलाके में प्रशासन की टीम एक अवैध बाउंड्री को तोड़ने गई थी, लेकिन किसी ने यह अफवाह फैला दी कि पुलिस यहां के मकानों को तोड़ने पहुंची है। इस अफवाह के बाद लोगों ने अतिक्रमण हटाने आई टीम पर हमला बोल दिया। आक्रोशित लोगों ने तीन जीसीबी मशीन एवं पुलिस की एक जीप को आग के हवाले कर दिया। इतना ही नहीं भीड़ ने पुलिसवालों पर पत्थरों की बरसात कर दी। इस हमले में कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। घुड़दौड़ रोड का यह इलाका घंटों रणभूमि में तब्दील हो गया। लोगों ने दौड़ा-दौड़ा कर पुलिसकर्मियों पर प्रहार किये।
हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने करीब 30 से ज्यादा राउड फायरिंग की। लेकिन फायरिंग के बावजूद लोगों का हंगामा खत्म नहीं हुआ। जिसके बाद पुलिस को बैकफुट पर लौटना पड़ा। पटना के शहरी इलाके के लगभग सभी पुलिसकर्मियों को बुलाकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की गई। इस दौरान सिटी एसपी सेंट्रल डी अमरकेश के बॉडीगार्ड प्रेमरंजन को अपने ही हथियार से गोली लग गयी। दूसरी ओर भीड़ में शामिल बदमाशों ने दीघा के थानेदार राजेश कुमोर दूबे पर हमला कर दिया। थानेदार का सिर फट गया। गंभीर हालत में उन्हें और सिटी एसपी के बॉडीगार्ड को अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
इस हंगामे और बवाल के दौरान इस मार्ग पर यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। राह से गुजरने वाले लोग दहशत में नजर आए। हमले में एक वीडियो पत्रकार भी जख्मी हो गए हैं।इस हमले के बाद पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर 33 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। एसएसपी मनु महाराज ने कहा है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएंगे। उनहोंने कहा कि भू-माफिया के बहकावे पर इस घटना को अंजाम दिया गया है।