मुंबई: बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल और भाजपा सांसद हेमा मालिनी इन दिनों इंडो-जार्जियन डांस फ्यूजन ‘सिनर्जी’ का आयोजन भारत में प्रस्तुत करने में लगी हुई हैं। हेमा मालिनी लगभग 60 साल के बाद फिर से भारत में इस डांस फ्यूजन के जरिए प्राचीन संस्कृतियों का लोगों से परिचय करवाने के उद्देश्य से इस आयोजन में लगी हैं| इसी सिलसिले में हेमा मालिनी ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे आयोजन की जानकारी दी। इस मौके पर उन्होंने राजनीति से जुड़े सवालों के भी जवाब देते हुए बताया कि वह चुनाव जीतने के बाद भी मिनिस्टर क्यों नहीं बनना चाहती हैं|
हेमा मालिनी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि मेरा स्वभाव ऐसा नहीं है कि कोई मिनिस्टर बन कर मैं राज करूं। मुझे लगता है मैं जो आज हूं उसमें ही खुश हूं। मुझमें मिनिस्टर बनने की कोई चाहत भी नहीं है। मैं उम्मीद भी नहीं करती कि मुझे मिनिस्टर बनना है। मुझे कला के क्षेत्र में काम करना ज्यादा अच्छा लगता है। अगर मैं कोई मिनिस्ट्री लेकर बैठूंगी तो फिर मुझे पूरे समय वहीं बैठना पड़ेगा|इन सब के चलते मैं मुंबई, और कला से दूर हो जाऊंगी।’
कोई बिना चुनाव जीते मिनिस्टर बन जाता है लेकिन आप तो चुनाव में जीत हासिल करने के बाद भी मिनिस्टर नहीं बनती हैं, ऐसा क्यों? इस सवाल के जवाब में हेमा मालिनी ने कहा, ‘चुनाव जीत कर मैं एमपी तो हूं ही। राजनीति में मैं उस हद तक हूं, जिसमें मैं एमपी बन कर अच्छे से काम कर सकूं। मुझे अपने इस काम में खुशी भी मिल रही है। मैं अपने क्षेत्र मथुरा में बहुत ज्यादा परिवर्तन भी लाना चाहती हूं। जब तक मथुरा में बदलाव नहीं आएगा मैं चैन से नहीं बैठूंगी। मथुरा वाले कार्यकर्ता मुझे देखकर परेशान हो जाते हैं, कहते हैं, आ गई हेमा परेशान करने। धीरे-धीरे मैं अपना काम कर रही हूं।’
पत्रकारों के सभी सवालों के जवाब हेमा ने खूब बेबाकी से दिया|