हां, तो अब फिल्म पद्मावती पर सियासत, धमकी, रार, और खुल्म-खुल्ला तकरार तो हो ही चुकी है, तो इन विषयों पर अब कुछ और लिखना या कहना समय की बर्बादी ही मानी जाएगी। इस हंगामे के दौरान सभी टीवी, मीडिया और अखबारों में रानी पद्मावती का इतिहास भी अलग-अलग तरीकों से इतना मंडित किया गया है कि राजस्थान तो क्या पूरे देश के भावी इतिहास कारों यानी इतिहास विषय में कुछ कर गुजरने की ख्वाहिश रखने वाले छात्रों को भी राजा-रानी की कहानी कंठस्थ हो ही गई होगी। तो कुल मिलाकर रानी के गौरवमायी इतिहास के बारे में भी अब बात करने के लिए कुछ बचा नहीं है। सो अब क्यों ना लगे हाथ वर्तमान की बात कर ली जाए क्योंकि फिल्म पद्मावती को लेकर जितनी नौटंकी हुई है, वो भी एक इतिहास बनने जा रहा है और हो सकता है कि अन्य इतिहासों की तरह इस नौटंकी का इतिहास भी भविष्य में दोहराया जाए।
क्योंकि हमें तो आदत पड़ गई है वर्तमान से ना चेतने और इतिहास को दोहराने का मौका देने की। हालांकि गौर किया जाए तो एक फिल्म पर चल रही मौजूदा नौटंकी भी इतिहास को दोहराने जैसा ही है, क्योंकि यह नौटंकी पहले भी हो चुकी है। रामलीला, मंगल पांडे, जोधा अकबर
गदर एक प्रेम कथा (2001) :
सबसे पहले बात करते हैं फिल्म गदर एक प्रेम कथा की जिसमें सिख हिंदू लड़के को एक मुस्लिम लड़की से प्यार करते हुए दिखाया गया है। ये कहानी भारत के बंटवारे के समय की है। इस फिल्म के रिलीज के दौरान भी कुछ समुदायों ने इसका जमकर विरोध किया था। हालांकि सभी मुश्किलों को पार करते हुए फिल्म रिलीज हुई और इसके बाद की कहानी तो आप सभी को पता है। , साल 2008 में आई जोधा अकबर पर भी कुछ राजपूत संगठनों, आतंकी हमले और पाकिस्तान के संबंधों पर बनी फिल्म माई नेम इज खान के खिलाफ शिवसेना का मुंबई में प्रदर्शन