मंगलवार की शाम महादेव की नगरी वाराणसी में बड़ा हादसा हुआ है। कैंट स्टेशन से करीब 100 मीटर की दुरी पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर के दो स्लैब गिर जाने के कारण करीब 16 लोगों की मौत हो गई है, जबकि अन्य कई घायल बताये जा रहे है। हालांकि, अभी तक प्रशासन ने किसी मौत की पुष्टि नहीं की है। बता दे जहां हादसा हुआ है, वह बनारस का सबसे व्यस्त इलाका है। मिली जानकारी के अनुसार बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। चश्मीदीदों के मुताबिक, स्लैब दो दिन पहले ही पुल पर रखा गया था। उसे जोड़ने का काम चल रहा था। मजदूर भी थे। इसके बावजूद नीचे से गाड़ियों के आवागमन को प्रतिबंधित नहीं किया गया था। जिसके कारण ये बड़ी घटना घटी।
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में हुई मौतों पर दुख जताया है। सिंह के अनुसार, योगी ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मंत्री नीलकंठ तिवारी को वाराणसी रवाना होने के निर्देश दिए है। साथ ही साथ राहत और बचाव काम में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न होने देने की बात कही है। वही योगी ने घटना की जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति का गठन किया और 48 घंटे में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। समिति के अध्यक्ष राज प्रताप सिंह (कृषि उत्पादन आयुक्त, यूपी) होंगे । समिति के अन्य सदस्य भूपेंद्र शर्मा (प्रमुख अभियंता और विभागाध्यक्ष सिंचाई विभाग) और राजेश मित्तल (प्रबंधक निदेश जल निगम) हैं।
घटना स्थल का विडियो
घटना के बाद प्रतिक्रियाएं
प्रधानमंत्री
वाराणसी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। प्रधानमंत्री ने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए ट्वीट कर कहा, वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरने से बेहद दुखी हूं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैंने अधिकारियों से बात कर पीड़ितों को पूरा सहयोग देने के लिए कहा है। अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, मैंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से घटना के संबंध में बात की है। यूपी सरकार स्थिति पर पूरी तरह नजर बनाए हुए है और राहत एवं बचाव के लिए सभी जरूरी कदम उठाने में मदद कर रही है।
Extremely saddened by the loss of lives due to the collapse of an under-construction flyover in Varanasi. I pray that the injured recover soon. Spoke to officials and asked them to ensure all possible support to those affected.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 15, 2018
राष्ट्रपति
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, ‘वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर हादसे की जानकारी मिलने से काफी दुख पहुंचा है। हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवदेनाएं हैं। स्थानीय प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की मदद और राहत कार्यों में जुट गया है।
वाराणसी में फ्लाईओवर निर्माण के स्थल पर हुई दुर्घटना के बारे में जानकर आघात पहुंचा है। प्रशासन द्वारा बचाव कार्य और घायलों की सहायता के सभी प्रयास किये जा रहे है। शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी शोकसंवेदनाएं – राष्ट्रपति कोविन्द
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 15, 2018
अखिलेश यादव
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, मैं अपने कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे बचाव दल के साथ पूरा सहयोग करें। साथ ही सरकार से अपेक्षा करता हूं कि वह महज मुआवजा देकर अपनी जिम्मेदारी से भागेगी नहीं, बल्कि पूरी ईमानदारी से जांच कराएगी।
अक्टूबर, 2015 से शुरू था पुल निर्माण का काम
फ्लाईओवर के निर्माण के लिए 2 मार्च, 2015 को 12973.80 लाख रुपये की राशि आवंटन की गई थी जबकि पुल का निर्माण पूरा करने की सीमा दिसंबर 2018 तय थी।लेकिन अब तक 47 फीसदी काम ही पूरा हो पाया है। पुल को बनाने का काम उत्तर प्रदेश सेतु निर्माण निगम द्वारा किया जा रहा है।
वही देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी वहां पहुंचे और अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की। हादसे के बाद यहां पहुंचे डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने सेतु निगम के चार अभियंताओं को निलंबित कर दिया है। चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर एचसी तिवारी, प्रोजेक्ट मैनेजर राजेन्द्र सिंह और केआर सुदन व अवर अभियंता लालचंद पर यह कार्रवाई की गई है।