पटना। गोपालगंज स्थित मूल्यांकन केंद्र से गायब हुई मैट्रिक बोर्ड की 42 हजार कॉपियां एक कबाड़ी वाले के पास मिली। ये खबर पढ़कर आप भी हैरान हो गए होंगे की ऐसा कैसे हुआ, लेकिन यही सच है, बिहार में बच्चों की मेहनत को कबाड़ में बेचा गया, वो भी सिर्फ 8,500 रूपये में। यकीन करना सबके लिए मुश्किल होगा लेकिन यही सच है।
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कबाड़ में मिली कॉपियां
गोपालगंज जिला के पुलिस अधीक्षक राशिद जमां ने बातचीत के दौरान बताया कि, जब उन्होंने इस मामले में गिरफ्तार उक्त विद्यालय के प्रहरी पूजन सिंह और चपरासी चिट्टू सिंह से पूछताछ की तो पता चला कि उन्होंने, इन सारी कॉपियों को ले जाकर पप्पू कबाड़ी वाले को बेच दी। पप्पू से इस मामले में पूछताछ के बाद पता चला की उसने ये कॉपियां रद्दी समझकर खरीदी थी। उसे नहीं पता था कि वो मैटिक बोर्ड की कॉपियां हैं, वरना वो उन्हें कभी नहीं खरीदता। उन्होंने बताया कि, दुकान में से काफी थैलियां बरामद हुई हैं, जिनमें से तीन खाली है। लेकिन हम अपनी ओर से पूरी जांच कर रहे हैं। इसके लिए एक टीम का गठन भी किया गया है।
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आपको बता दें कि, पुलिस ने इस मामले के चलते माध्यमिक विद्यालय के पटना स्थित बीएसईबी मुख्यालय परिसर से प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उनसे पूछताछ भी कि गई थी।
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