नई दिल्ली। ग्रेटर नोएडा में गिरी छह मंजिला इमारत में 4 जिंदगियां खत्म हो गई। जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पीड़ितों के परिजन बदहवास हैं, जांए तो कहां दाए, करें तो करें क्या। हर तरफ इस समय बस सन्नाटा पसरा हुआ है।
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इन सरकारी कर्मचारी पर कसेगा शिकंजा
बिल्डिंग के गिरने की गाज अब सरकारी कर्मचारियों पर गिरती नजर आ रही है। बैंक, अथॉरिटी, पुलिस से लेकर यूपी पावर कॉर्पोरेशन सब सवालों के घेरे में घिर गए हैं। हैरान करने वाली यह है कि बिल्डरों के अवैध निर्माण की सूचना दिए जाने के बाद भी प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
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2 हफ्ते पहले किया गया था पुलिस और सीएम योगी को सूचित
बता दें कि करीब 2 हफ्ते पहले इस अवैध निर्माण को लेकर यूपी पुलिस और सीएम योगी को इस निर्माण की पूरी जानकारी दी गई थी। समाज सेवक के ट्विटर हैंडल ग्रुप में आरोप लगाया गया है कि, भूमाफिया थाना प्रभारी को मोटी रकम देकर अवैध तरीके से काम कर रहे हैं। डीजीपी यूपी और मेरठ जोन के एडीजी से अनुरोध किया गया था कि गरीब जनता को भूमाफियाओं से बचा लीजिए।
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