नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी आज हमारे बीच नहीं रहे। उनके निधन के बाद देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। हर किसी की आंखे नम है, और वाक्य निशब्द हैं। किसी को भी विश्वास नहीं हो रहै कि अब वो इस दुनिया में नहीं रहे। लेकिन सत्य यही है। वो चले गए, लेकिन लोगों के दिलों में अपनी कविताओं के जरिए हमेशा जिंदा रहेंगे।
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पीएम मोदी भी आज निशब्द हैं, शून्य हैं, उन्होंने उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘स्वर और शब्द देने वाले हम सभी के प्रेरणा स्रोत अटल बिहारी वाजपेयी अब नहीं रहे। वाजपेयी के रूप में भारतवर्ष ने अपना अनमोल, अटल रत्न खो दिया है। अटल का विराट व्यक्तित्व और उनके जाने का दुख दोनों ही शब्दों के दायरे से परे हैं।
#WATCH: PM Narendra Modi speaks on the demise of former Prime Minister #AtalBihariVajpayee, says,”India has lost its ‘anmol ratna’.” pic.twitter.com/yPOMB9spOU
— ANI (@ANI) August 16, 2018
वो एक जननायक, प्रखर वक्ता, ओजस्वी कवि, पत्रकार, प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय व्यक्ति के धनी और सबसे बढ़कर मां भारती के सच्चे सपूत थे। ‘वाजपेयी के निधन से एक युग का अंत हो गया। उनका निधन संपूर्ण राष्ट्र के लिए अपूर्णीय क्षति है। मेरे लिए तो वाजपेयी का जाना पिता तुल्य संरक्षण का साया सिर से उठने जैसा है। उन्होंने मुझे संगठन और शासन दोनों का महत्व समझाया। दोनों में काम करने की शक्ति और सहारा दिया। वो जब भी मिलते थे, तो पिता की तरह खुश होकर….आत्मीयता के साथ गले लगाते थे।’ ‘मेरे लिए वाजपेयी का जाना ऐसी कमी है, जो कभी भर नहीं पाएगी।