नई दिल्ली। तेलंगाना की रहने वाली सरिता राजधानी दिल्ली में डीटीसी की पहली महिला बस ड्राइवर हैं। सरित 18 साल की उम्र से ही ड्राविंग करके अपने परिवार की आर्थिक मदद कर रही हैं। लेकिन अब वो इस नौकरी को छोड़ने का मन बना चुकी हैं।
इसे भी पढ़ें: सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचा डीजल, पेट्रोल के भी बढ़े दाम
सरिता दिल्ली में आंनद विहार से लेकर कापसहेड़ा तक लंबे और व्यस्ततम रुट पर बस चलाती हैं। उनक इस सफर में कई लोग ऐसे मिलते हैं जिनसे वो काफी परेशान हो जाती हैं, लेकिन वो निडर होकर अपनी ड्यूटी करती हैं, और चाहती हैं कि दूसरी लड़कियां भी उनको देखकर ये काम करें।
इसे भी पढ़ें: चारा घोटाले मामले में अभियुक्त लालू यादव ने आत्मसमर्पण करने से पहले कही ये बात
इस कारण छोड़ रही हैं नौकरी
सरिता को ड्राविंग करना पसंद है, लेकिन बढ़ती महंगाई ने उन्हें भी परेशान कर रखा है। दरअसल, इस नौकरी में उन्हें जितने पैसे मिलते हैं, उनसे उनका गुजर बसर अच्छे से नहीं हो पाता। जिसके कारण उन्होंने फैसला लिया है कि वो यह नौकरी छोड़कर अपने घर तेलंगाना वापिस चली जाएगी।
इसे भी पढ़ें: 31 अगस्त को चीन के रास्ते कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए रवाना होंगे राहुल गांधी
बता दें कि पांच बहनों में सबसे छोटी सरिता ने 18 साल की उम्र में ऑटो चलाना शुरू किया था। कम उम्र में ही सरिता ने परिवार का बोझ अपने कंधों पर उठा लिया था। बहनों की शादी से लेकर खुद का घर बनाने का काम सरिता ने ऑटो चलाकर पूरा किया। वो चाहती हैं कि दूसरी लड़कियां भी छोटे गावों से निकलकर शहर तक पहुंचे और खुद के पैरों पर खड़ी हों। लेकिन डीटीसी बस को चलाने में अब वो कतराने लगी हैं क्योंकि यहां न तो पक्की नौकरी है ना ही कमाई।