देश के बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच बीजेपी ने भी अपना दांव खेला है| विपक्ष की एकजुटता के प्रयासों के बीच बीजेपी ने नई रणनीति के तहत अपने पत्ते खोलने का फैसला किया है| इसी मामले में पार्टी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की एक जनसभा पटना में आयोजित करेगी| दरअसल कहने को तो ये जनसभा मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने के मौके पर आयोजित की जाएगी लेकिन इसके पीछे लालू प्रसाद के 27 अगस्त की रैली को ध्यान में रखा गया है| पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी अभी से ही 2019 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखकर अपनी तैयारी शुरु कर दी है| आदित्यनाथ पटना में जबकि केशव प्रसाद मौर्य नालंदा में जनसभा को संबोधित करेंगे| ये रणनीति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शान ने बनायी है| हालांकि ये रैली कब होगी इस बारे में तारीखों का एलान नहीं किया गया है| लेकिन बताया जा रहा है कि मई के अंतिम सप्ताह और जून के पहले सप्ताह के बीच कभी भी जनसभा का आयोजन हो सकता है।
बीजेपी के केंद्रीय कार्यालय से मिल रही जानकारी के मुताबिक भाजपा के अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को मई के अंतिम सप्ताह और 15 जून तक गैर बीजेपी शासित राज्यों में विशेष दौरा करने का निर्देश दिया गया है।
जानकारी की मानें तो झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह को पश्चिम बंगाल दौरे की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। दूसरी ओर मोदी सरकार के तीन साल पूरा होने पर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह को ओड़िसा की जिम्मेदारी दी गयी है और महाराष्ट्र के सीएम को कोच्ची संभालने को कहा गया है।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो इस बार बीजेपी लोकसभा चुनाव से दो साल पहले ही तैयारी शुरू कर चुकी है।सभी गैर बीजेपी शासित राज्यों में माहौल बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।