राज्य में बुधवार की दोपहर आए तेज आंधी और बारिश ने जमकर तबाही मचाई और इस दौरान वज्रपात और पेड़ गिरने से तीन बच्चों सहित छह लोगों की मौत हो गई| इस आंधी पानी के चलते कच्चे मकानों और फसलों को काफी नुकसान हुआ| बुधवार को दोपहर दो बजे अचानक से मौसम ने करवट ली और तेज गर्मी की जगह आंधी चलने लगी| दिन में ही रात जैसा नजारा दिखने लगा|राजधानी पटना की सड़कों पर दिन में ही गाड़ियों के हेडलाइट जलाने पड़े| मौसम जानकारों के मुताबिक राज्य के कई हिस्सों में 70 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं जिससे खपड़े और एस्बेस्टस से बने घरों को काफी नुकसान उठाना पड़ा|
आंधी-पानी का असर पटना, छपरा, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सहरसा एवं मधेपुरा में बड़े पैमाने पर देखा गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मध्य जून तक प्रदेश में इसी तरह की स्थिति बनी रहेगी। मध्य जून के बाद सूबे में मानसून का प्रवेश होगा।
जानकारी के अनुसार नवादा जिले के सिरदला थाना क्षेत्र के इस्माइलपुर- बेलदरिया गांव में धर्नाजय नदी के समीप बुधवार को आकाशी बिजली गिरने से तीन बच्चों की मौत हो गई, जबकि चार बच्चे बुरी तरह झुलस गए। सभी नदी किनारे मवेशियों को चरा रहे थे।
वज्रपात से गया जिले के महकार में एक बुजुर्ग महिला की जान चली गई। जबकि गोपालगंज के सुरवल गांव में बरगद का पेड़ गिर गया जिससे दबकर एक शख्स की मौत हो गई| जबकि वैशाली जिले के शाहपुर गांव में पेड़ से दबकर 40 साल की एक महिला की मौत हो गई।