कोसी इलाके में एड्स तेजी से अपना पांव पसार रहा है| सबसे आश्चर्य वाली बात ये है कि इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे हो रहे हैं| एड्स से पीड़ित बच्चों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है| कारण का पता लगाए जाने पर ये जानकारी मिलती है कि इस जानलेवा बीमारी का सबसे ज्यादा असर ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रहा है जहां कि इस रोग की जानकारी का अभाव है| हालांकि राज्य प्रशासन लोगों को जागरुक करने की पूरी कोशिश कर रही है लेकिन बावजूद इसके बच्चों में ये बीमारी तेजी से फैल रही है| बच्चों के पीड़ित होने का सबसे बड़ा कारण माता-पिता का इस रोग से संक्रमित होना बताया जा रहा है| कोसी इलाके में ही अगर देखें तो करीब तीन सौ बच्चे इस बीमारी से ग्रसित हैं|
हालांकि समय पर गर्भवती महिलाओं की जांच के बाद उपचार होने से संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। इसके लिए सदर अस्पताल में सुरक्षित प्रसव की भी व्यवस्था भी की गई है।
कटिहार और पूर्णिया जिले इस मामले में अधिक संवेदनशील हैं। कटिहार में 123, जबकि पूर्णिया में 69 बच्चों में संक्रमण पाया गया है। इसके बाद अररिया में 44 बच्चे इसकी चपेट में हैं। ऐसे बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एआरटी सेंटर पर 252 बच्चे पंजीकृत हैं। इन्हें ट्रैक किया गया है। पूरी पड़ताल के बाद आंकड़े और भी बढ़ सकते हैं। यह नौनिहालों के लिए खतरे का संकेत है।