विवादित कथावाचक आसाराम के लिए आज बड़ा दिन है। नाबालिग बच्ची से रेप के केस में आज राजस्थान के जोधपुर की अदालत आसाराम पर फैसला सुनाने वाली है।
बताते चले कि सुरक्षा कारणों से फैसला जोधपुर के जेल परिसर में ही सुनाया जायेगा। अदालत एससी/एसटी की विशेष अदालत होगी जहां पीठासीन अधिकारी मधुसुदन शर्मा यौन उत्पीड़न के आरोपी आसाराम और उसके चार अन्य साधकों के भविष्य का फैसला सुनाएंगे। केंद्र सरकार ने फैसले से पहले राजस्थान, गुजरात और हरियाणा से अतिरिक्त बल तैनात करने का निर्देश दिया है।
गृह मंत्रालय ने मंगलवार को तीनों राज्यों को भेजी एडवायजरी में कहा कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा कि फैसले के बाद कोई हिंसा नहीं फैले। जोधपुर में भी सुरक्षा बलों का सख्त पहरा है। इलाके में धारा 144 लागू है। बता दे कि इन तीन राज्यों में ही सबसे ज्यादा संख्या में लोग आसाराम के भक्त हैं।
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गौरतलब है कि कथावाचक आसाराम पर यूपी के शाहजहांपुर की एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप है। यह लड़की मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के आश्रम में ही पढ़ाई कर रही थी। पीड़िता का आरोप है कि आसाराम ने जोधपुर के निकट मनई आश्रम में उसे बुलाया और 15 अगस्त 2013 में उसके साथ दुष्कर्म किया था। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पीड़िता के घर पर भी दो पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बढ़ा दी गयी है।
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फैसला सुनाए जाने से पूर्व शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है साथ ही कानून व्यवस्था के लिए आसाराम के अनुयायियों को खतरा मानते हुए पुलिस ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है। डीआईजी (जेल) विक्रम सिंह ने बताया, हमने फैसला सुनाए जाने के दिन के लिए सभी प्रबंध किए हैं। हाई अलर्ट मोड पर पहुंची जोधपुर पुलिस की मदद के लिए छह अतिरिक्त कंपनियों को जयपुर से मंगलवार को जोधपुर रवाना किया गया है। इसके अतिरिक्त डीजीपी ओपी गल्होत्रा भी जोधपुर के हालात पर नजर रखे हुए है। उन्होंने बीकानेर, अजमेर और जयपुर से पुलिस की अतिरिक्त कंपनियां जोधपुर रवाना की हैं।