राज्य में वर्तमान समय में चल रहे 15 बीएड कॉलेजो की जांच होगी और इसकी शुरुआत 18 मई से बांका जिले में चल रहे बीएड कॉलेजों से होगी| हाईकोर्ट के निर्देश पर एनसीटी ने बीएड कॉलेजों की जांच के लिए हाईलेवल इनक्वायरी कमेटी का गठन किया है| इस हाईलेवल कमेटी में एक जांच अधिकारी एनसीटी की तरफ से, जबकि एक अधिकारी राज्यपाल की तरफ से, और प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर एडीम को रखा गया है| राज्य में वर्तमान समय में चल रहे बीएड कॉलेजों की स्थिति को लेकर पटना हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी जिसके बाद कोर्ट ने जांच का निर्देश दिया है| जांच के दौरान ये देखा जाएगा कि बीएड का कोर्स चलाने वाले कॉलेज सही मापदंडों का पालन कर रहे हैं या नहीं| उदाहरण के तौर पर कॉलेज भवनों की स्थिति,इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत है या नहीं, कितने छात्र ऐसे कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे हैं, कितने छात्रों ने नामांकन लिया है| कितने छात्र कॉलेज आते हैं, कॉलेज का कैंपस कितने एकड़ का है, कितने शिक्षक और कर्मचारी वहां काम कर रहे हैं, ऐसे कॉलेजों में वाई-फाई की सुविधा है या नहीं? ऐसे तमाम मापदंडों को ये जांच कमेटी देखेगी और फिर अपना रिपोर्ट देगी|
दरअसल ये शिकायत मिल रही थी कि राज्य में चल बीएड कॉलेज मनमानी करते हैं उनके पास न तो फुल टाइम शिक्षक हैं,न तो वैसा इंफ्रास्ट्रक्चर है लेकिन छात्रों से ज्यादा रुपए लेकर वो डिग्री बांट रहे हैं|