भागलपुर में करोड़ों रुपये की लागत से बना बटेश्वरस्थान गंगा पप नहर सिंचाई परियोजना अपने उद्घाटन से पहले ही फेल हो गया। दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस परियोजना का उद्घाटन करने वाले थे, लेकिन हद तो तब हो गई जब उद्घाटन से पहले ही कैनाल की दीवार टूट गई। इस नहर से बिहार और झारखंड के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलना था, लेकिन किसानों की किस्मत यहां भी दगा दे गई। बहरहाल अब राज्य में ‘बांध पर बवाल’ मच गया है। मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने राज्य सरकार पर हमला बोल दिया है।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा है कि ‘जल संसाधन मंत्री ललन सिंह कहते हैं कि बिहार में बाढ़ चूहे के कारण आ गई थी तो क्या यह कैनाल घड़ियाल आकर तोड़ दिया। पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि सरकार में नैतिकता समाप्त हो गई है।”
इधर पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा है। तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा है कि “जल संसाधन विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा है। मुख्यमंत्री जी, इस विभाग के भ्रष्टाचार पर ना जाने क्यों चुप रहते हैं?”
इधर विपक्ष के हमलों पर सूबे के जलसंसाधन मंत्री ललन सिंह ने अपनी सफाई पेश की है। मंत्री जी का कहना है कि पानी का दबाव के कारण कैनाल की दीवार एक जगह पर टूट गई। उन्होंने दीवार टूटने के कारणों के विषय में बताया कि कैनाल की दीवार पुरानी हो गई थी, इस कारण भी टूट हो सकता है।
एक अहम जानकारी आपको दे दें कि 40 साल पूर्व इस योजना पर काम प्रारंभ किया गया था। इस योजना से भागलपुर में 18620 हेक्टेयर तथा झारखंड के गोड्डा जिला की 4038 हेक्टयर भूमि सिंचित होगी। इस योजना पर अब तक 828 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि खर्च की जा चुकी है। बहरहाल योजना शुरू होने से पहले ही धाराशायी हो गया है और पक्ष-विपक्ष का एक-दूसरे पर हमला तेज होता जा रहा है।