राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद पर एक और बड़ा आरोप लगाया है। इस बार लालू पर आरोप लगे हैं जमीन लेकर MLC बनाने का। जिस तरह अब तक सुशील मोदी लालू के खिलाफ कई तरह के दस्तावेज लेकर मीडिया के सामने आते रहे हैं और लालू यादव और उनके कुनबे के खिलाफ एक से बढ़कर एक खुलासे करते रहे हैं, उसी तरह मोदी एक बार फिर मीडिया के सामन आए। मोदी ने लालू प्रसाद को लेकर एक और खुलासा करते हुए आरोप लगाया कि राकेश रंजन को विधान पार्षद (एमएलसी) बनाने के लिए उनसे पटना शहर की करोड़ों रुपये मूल्य की जमीन तेजप्रताप यादव एवं तेजस्वी प्रसाद यादव के नाम वसीयत करवा ली।
भाजपा कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस सम्मेलन में मोदी ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने पहले मोहम्मद शमीम को विधान परिषद् का सदस्य बनाने के लिए उनसे प्लॉट लिखवाया। इसके बाद कुमार राकेश रंजन से भी दो बार एमएलसी बनाने के एवज में पटना शहर की करोड़ों रुपये मूल्य की जमीन अपने पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव और तेज प्रताप यादव के नाम वसीयत करवा ली। पहले की ही तरह ये आरोप लगाते वक्त भी कई दस्तावेजों का प्रमाण देते हुए मोदी ने कहा कि लालू ने रंजन को वर्ष 1999 से 2006 तक दो बार एमएलसी बनावाया और उसके बदले में मोहम्मद शमीम की तरह ही पटना के दो प्लॉट (भूखंड) का पहले पवर ऑफ अटार्नी तथा फिर वसीयत के माध्यम से मालिक बन बैठे।
12 मई, 2005 की तारीख का जिक्र करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि यह तारीख लालू के लिए सौगात लेकर आया था। उन्होंने कहा कि उसी दिन न केवल शमीम, बल्कि कुमार राकेश रंजन ने पहले राबड़ी को पॉवर ऑफ अटार्नी द्वारा दो प्लॉटों का मालिक बना दिया और उसी दिन तेजस्वी और तेज प्रताप के नाम वसीयत भी कर दिया। मोदी ने दावा किया कि उस दिन केवल रंजन ने अकेले वसीयत नहीं किया, बल्कि शमीम की पत्नी सोफिया तब्बसुम की तरह राकेश की पत्नी सीमा वर्मा ने भी तेजस्वी और तेजप्रताप को अपनी इस अचल संपत्ति का वसीयत कर दिया। उन्होंने कहा कि शमीम के दस्तावेजों पर राकेश रंजन गवाह हैं, जबकि राकेश रंजन के दस्तावेजों पर शमीम गवाह हैं। मोदी ने कहा कि अब तेजस्वी यादव इतनी कम उम्र में केवल 26 संपत्ति के नहीं, बल्कि 30 संपत्तियों के मालिक बन गए हैं।
बहरहाल इन आरोपों के बाद बिहार की सियासत में एक बार फिर खलबली मचनी तय है क्योंकि लालू प्रसाद और कुनबे पर पहले से ही कई तरह के गंभीर आरोप लगे हैं, ऐसे में इन आरोपों का जवाब लालू परिवार कैसे देता है, यह देखना दिलचस्प होगा।