राज्य में हर जिले का एक गांव वर्मी कंपोस्ट उत्पादक गांव बनेगा|चुने हुए गांव के सभी किसानों को सरकार अनुदानित दर पर वर्मी कंपोस्ट उत्पादन करने के लिए ईकाई भी देगी|साथ में किसानों को बायो गैस प्लांट भी राज्य सरकार की ओर से दिया जाएगा|जरुरत के मुताबिक एक किसान को पाांच उत्पादन यंत्र तक दिए जाएंगे|राज्य सरकार ने रासायनिक खाद पर किसानों की निर्भरता को खत्म करने के लिए नई योजना बनाई है|चयनित किसान अगर ज्यादा वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन करते हैं तो उन्हें वर्मी कंपोस्ट तैयार करने के लिए दस ईकाई तक मुहैया कराई जाएगी|फिलहाल इसके लिए हर जिले के एक गांव का चयन किया जाएगा|जहां किसान अपनी जरुरत के मुताबिक वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन कर सकेंगे|कृषि विभाग वर्तमान समय में आधे दाम यानि 50 प्रतिशत अनुदान पर किसानों को वर्मी कंपोस्ट यंत्र देती है|अभी चयनित राज्य के सभी जिलों के 38 गांवों में उत्पादन शुरु होने के बाद विभाग जिलों में गांवों की संख्या बढ़ाकर दूना करेगा|इस संयंत्र को लगाने के लिए गांवों में किसानों के चयन की जिम्मेदारी जिला कृषि पदाधिकारी की होगी|लेकिन इससे पहले किसान सलाहकार और समन्वयक जिले के गांवों का सर्वे करेंगे|
हालांकि रासायनिक खादों के उपयोग पर किसानों की निर्भरता फिलहाल कम तो नहीं होगी लेकिन किसानों कि इस मामले में जागरुकता जरुर बढ़ेगी|राज्य में वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन धीरे-धीरे बढ़ रहा है लेकिन इससे राज्य भर की जरुरत पूरी नहीं हो पा रही है लेकिन सरकार की इस योजना से निश्चित तौर पर किसानों को लाभ मिलेगा और वर्मी कंपोस्ट बनाने में इजाफा होगा|