नई दिल्ली। भारत में पिछले चार साल के पीछे कैंसर रोगियों की संख्या में लगभग 10 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। नैशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम रिपोर्ट 2020 के अनुसार, इस वक्त देश में कैंसर के 13.9 लाख मामले हैं। यह आंकड़ा 2025 तक 15.7 लाख तक पहुंच सकता है। रिपोर्ट में 2016 में 12.6 लाख मामले तथा 2019 में 13.6 लाख मामले होने का अनुमान लगाया गया। यह अनुमान 2012 और 2016 के बीच हुए डेटा कलेक्शन पर आधारित हैं। सारी जानकारी जनसंख्या आधारित 28 कैंसर रजिस्ट्री और कैंसर के 58 अस्पतालों से जुटाई गई।
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महिलाओं में कैंसर के मामले ज्यादा
कैंसर के कुल मामलों को देखें तो यह पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करता है। आगे भी यही ट्रेंड बरकरार रहने का अनुमान है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नैशनल सेंटर फॉर डिजीज इन्फार्मैटिक्स एंड रिसर्च (NCDIR) की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल कैंसर प्रभावित पुरुषों की संख्या 6.8 लाख जबकि महिलाओं की संख्या 7.1 लाख रहेगा। 2025 तक पुरुषों में कैंसर के 7.6 लाख मामले तथा महिलाओं में 8.1 लाख मामले हो सकते हैं।
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एक-चौथाई से ज्यादा कैंसर तंबाकू की वजह से
2025 तक कैंसर का सबसे आम रूप ब्रेस्ट कैंसर (2.4 लाख) होने का अनुमान है। इसके अलावा फेफड़ों के कैंसर के 1.1 लाख मामले तथा मुंह के कैंसर के 90 हजार मामले सामने आ सकते हैं। भारत में कैंसर के कुल मामलों का करीब 27 प्रतिशत तंबाकू जनित होने की संभावना जताई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में कुल मामलों में 27.1% मामले (3.71 लाख) तंबाकू से संबंधित कैंसर के हैं। महिलाओं में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर (2 लाख) जबकि सर्विक्स कैंसर के 75 हजार केस होने का अनुमान है। टोटल कैंसर केस में से, गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ट्रैक्ट के कैंसर सबसे ज्यादा हैं जो करीब 2.7 लाख होने का अनुमान है।
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नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में कैंसर के मामले सबसे ज्यादा
मिजोरम की राजधानी आइजोल में पुरुषों की प्रति एक लाख आबादी पर 269.4 कैंसर केसेज हैं। यह आंकड़ा भारत में सर्वाधिक है। महाराष्ट्र के उस्मानाबाद और बीड जिलों में यह आंकड़ा 39.5 है। महिलाओं में अरुणाचल प्रदेश के पपुम्परे जिले में प्रति लाख आबादी पर 219.8 मामले हैं जबकि उस्मानाबाद और बीड में 49.4। पूर्वोत्तर के राज्यों में तंबाकू से जुड़े कैंसर सर्वाधिक हैं और पुरुषों में केस ज्यादा हैं। पुरुषों में फेफड़ों, मुंह, पेट और श्वासनली में कैंसर सबसे आम है।
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रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले तेजी से बढ़े हैं जबकि पुरुषों-महिलाओं में फेफड़ों, सिर और गर्दन के। सर्विक्स कैंसर के मामलों में गिरावट देखी गई है। फेफड़ों के अधिकतर केसेज का पता तब चला जब वे काफी हद तक फैल चुके थे।