बीजेपी की केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने सूबे के मुखिया नीतीश कुमार पर सत्ता के लिए घोटालेबाजों का साथ लेने का आरोप लगाया है| केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण राज्य मंत्री साध्वी निरंजना ज्योति ने कहा है कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है और अब टॉपर होना शर्मनाक हो गया है। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी व्यवस्थाओं का राज्य में चौपट हाल है। वे पूर्णिया में मोदी फेस्ट व अररिया के तेरापंथ भवन में आयोजित सभा को संबोधित कर रही थीं
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ईमानदार हैं, लेकिन कुर्सी बचाने के लिए भीष्म पितामह बन गए हैं। ऐसी ईमानदारी किस काम की जहां नाक के नीचे घोटाले हो रहे हों। कुर्सी बचाने के लिए वे लालू व उनके बेटों के घोटाले पर कुछ नहीं बोल रहे हैं। वे जानते हैं यदि वे कुछ बोले तो कुर्सी चली जाएगी। भाजपा द्वारा कई घोटाले सामने लाए गए हैं, लेकिन किसी पर भी राज्य सरकार ने कार्रवाई नहीं की।
केंद्री मंत्री ने कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा विकास योजनाओं के लिए दी जाने वाली राशि 32 से बढ़ाकर 42 फीसद कर दी गई। बावजूद, राज्य के लोगों को योजनाओं का इस कारण लाभ नहीं दिया जा रहा है कि कहीं केंद्र सरकार को श्रेय न मिल जाए। बिहार सरकार को ‘सबका साथ सबका विकास’ की नीति पर काम करना चाहिए।
साध्वी निरंजना ज्योति ने अररिया में उन्होंने कहा कि सात साल पहले बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन की सरकार में लोगों को जंगलराज से मुक्ति मिली थी। सूबे के विकास की चर्चा तब देशभर में होती थी। राज्य में सड़कों का जाल बिछा था। लेकिन, आज राज्य की बदहाली की चर्चा हो रही है।