अपनी चर्चिच किताब ‘हाफ-गर्लफ्रेंड’ में डुमरांव राज का जिक्र करने और कथित तौर पर उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के आरोप में कोर्ट ने मशहूर लेखक चेतन भगत को डुमरांव की जनता से माफी मांगने के आदेश दिए हैं| चेतन भगत ने अपनी किताब में डुमरांव राज परिवार को अय्याश बताया था| इस मामले ने काफी जोऱ पकड़ा था और राज परिवार के सदस्यों ने दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में तीन करोड़ रुपए की मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया था|
मुकदमा दायर होने के बाद चेतन भगत ने अपने बाद के संस्करणों में कहानी में कुछ बदलाव किए जिसमें डुमरांव का नाम सिमरांव कर दिया गया| हाल में ही इस कहानी पर बनी फिल्म में ही डुमरांव की जगह सिमरांव का ही नाम है|
मुकदमे पर कई सुनवाई के दौरान लेखक चेतन भगत ने कोर्ट को कहा कि किताब की उनकी लिखी कहानी काल्पनिक है, और इसका किसी भी राजपरिवार व प्रदेश से कोई ताल्लुक नहीं है। उन्होंने कहानी में डुमरांव का जिक्र होने पर राज परिवार से खेद व्यक्त किया।
क्या है मामला
वर्ष 2014 में चर्चित उपन्यासकार चेतन भगत की ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ बाजार में आते ही यह विवाद शुरू हुआ था। दरअसल, किताब डुमरांव राज परिवार का चरित्र-चित्रण अमर्यादित ढंग से किया गया था। यहीं नहीं, डुमरांव राज के सदस्यों को शराबी, जुआरी तथा कंगाल के रूप में भी दर्शाया गया।