सीएम नीतीश कुमार अपने गृह जिले नालंदा में राज्य भर के मुखिया पर जमकर बरसे| सीएम ने कहा कि आपको पावर किसने दिया? इस मौके पर बोलते हुए सीएम ने कहा कि आपलोग लोगों को सरकार के खिलाफ भड़काना बंद कीजिए| सीएम नालंदा जिले के हरनौत के मोबारकरपुर युवा किसान जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे थे और इस दौरान उन्होंने राज्य के पंचायती राज मुखिया पर जमकर निशाना साधा| उन्होंने कहा कि मुखियाओं को कुछ लोगों ने बरगला दिया है कि उन्हें पंचायती राज में जो अधिकार दिए गए हैं, उसे असल में वो अधिकार नहीं मिल पाए हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के जरिए हम गांव का विकास करना चाहते हैं। लेकिन मुखिया जी इधर-उधर की बात कह लोगों को बरगलाकर सरकार के खिलाफ भड़का रहे हैं। सीएम ने मुखिया जी पर चुटकी लेते हुए कहा कि आपको पावर किसने दिया। राज्य सरकार के बनाए गए कानून के तहत आपको पंचायत स्तर पर बहुत सारे अधिकार दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि अब किसी भी स्तर पर जनता के साथ कोई भी प्रतिनिधि धोखाधड़ी न करें इसके लिए ग्राम सभा का गठन किया गया है। ग्राम सभा में वार्ड, सदस्य, पंचायत समिति आदि जो निर्णय लेंगे उसी के अनुशंसा पर काम होगा।
उन्होंने कहा कि चुनाव के समय में जनता से जो वादा किया उसे पूरा करने के लिए मैं पूरी ताकत लगा दूंगा। सात निश्चय के तहत एक सभा के दौरान महिलाओं ने शराबबंदी की मांग की थी। मैंने कहा था कि इस बार यदि मैं सत्ता में आया तो शराबबंदी कानून लागू करा दूंगा।
सीएम ने कहा कि सात निश्चय में शराबबंदी, हर घर नल योजना, खुले में शौचमुक्त समाज का निर्माण कराना, घर-घर बिजली पहुंचाना के अलावा कृषि क्षेत्र, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि पर क्रियान्वयन करना है। यह कार्य तेजी से हो भी रहा है। इसके अलावा अब मेरा सपना है कि पूरे बिहार में बाल-विवाह प्रथा व दहेज प्रथा समाप्त करने की। इसके लिए अक्टूबर माह से पूरे बिहार में यह मुहिम चलाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिस वक्त मैं विधायक व सांसद से जीतकर आया था। उस वक्त बिहार की स्थिति काफी दयनीय थी। उस वक्त मैं गांव-गांव घूमकर देखता था और मन में यह विचार करता था कि जब कभी भी मौका मिलेगा मैं बिहार की तकदीर के साथ तस्वीर भी बदल दूंगा। उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक राज्य के कोने-कोने तक बिजली पहुंच जाएगी।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के विकास के लिए पंचायत चुनाव में 35 फीसद आरक्षण दिया। इसके बाद मैंने वायदा किया था कि राज्य सरकार की नौकरियों में महिलाओं को 35 फीसद आरक्षण दिया जाएगा, जिसे मैंने लागू कर दिया। अब राज्य सरकार की किसी भी नौकरी में सिपाही, दरोगा से लेकर किसी अन्य नौकरी में महिलाओं को 35 फीसद आरक्षण दिया जा रहा है।