कोरोना वायरस: चीन की अर्थव्यवस्था को कैसे कर सकता है नष्ट?

by Mahima Bhatnagar
China economy-growth

चीन में कोरोना वायरस की वजह से एक तरफ मौतों की संख्या बढ़ रही है तो दूसरी तरफ चीन पर इसका आर्थिक असर भी पड़ रहा है। चीन की अर्थव्यवस्था को जो नुक़सान हो रहा है वह वायरस से ज़्यादा उसे फैलने से बचाने के क्रम में हो रहा है। वुहान शहर से बाहर जाने में पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है।

चीन की अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस की वजह से किस हद तक प्रभावित हो रही है। इस वायरस के कारण बिजनेस से संबंधित आवाजाही चीन में पूरी तरह से बंद हो गई है। और ये सब हुआ है, चीनी नए साल के दिनों में । जिसके कारण बिजनेज इंडस्ट्री को काफी झटका लगा है।

इसे भी पढ़ें: क्या ये दवाई कोरोना का कर सकती है खात्मा?

corona-affect-economy

ये झटका सिर्फ चीन को ही नहीं लगा है बल्कि अंतराष्ट्रीय बाजार को भी लगा है। कई बड़ी कंपनियों ने जैसे फर्नीचर कंपनी आईकिया और स्टारबक्स ने अपना ऑपरेशन चीन में बंद कर दिया है। कई एयरलाइंस ने भी अपनी फ्लाइट्स बंद कर दी है। और इंटरनेशनल होटल ग्राहको को पैसा वापस लौटा रहे हैं। साउथ कोरिया की कंपनी हुंडाई ने अपनी कार प्रोड्क्शन कुछ दिनों के लिए बंद कर दी है। क्योंकि चीन से कार के पार्ट्स की सप्लाई नहीं हो पा रही है। इसका असर चीन के बाजार पर भी पड़ा है, छुट्टियों के बाद चीन का बाजार पहले दिन 8 फीसदी गिरा था।

इसे भी पढ़ें: चीन में इंसान से इंसान में फैलने वाले कोरोना वायरस से दुनिया भर में खौफ

इन सभी प्रभावों को देखकर लगता है कि, चीन की अर्थव्यवस्था और भी कमजोर पड़ सकती है। इसका अंदाजा 2003 में फैली सार्स महामारी से लगाया जा सकता है कि, चीन की अर्थव्यवस्था और कितनी कम हो सकती है। एक अनुमान के मुताबिक सार्स महामारी के वक्त वैश्वीक अर्थव्यवस्था को 40 अरब डालर का नुकसान झेलना पड़ा था। चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, इस लिहाज से दुनिया में जो तरक्की हो रही है उसमें चीन का काफी योगदान है। इसलिए अगर चीन की अर्थव्यवस्था को और नुकसान होता है, तो इसका असर दुनियाभर में देखने को मिलेगा।

इसे भी पढ़ें: कोरोना का खौफ: दुनिया से कटा भारत, इन देशों के वीजा रद्द