नई दिल्ली। दिवाली के बाद दिल्ली में प्रदूषण का स्तर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण दिल्ली वालों को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही है। अब डर इस बात का है कि, ये जहरीली हवा लोगों को कितनी हानि पहुंचाएगी। लेकिन इससे ज्यादा जहरीली है गाजियाबाद की हवा।
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हवा में घूला जहर
हर बार दिवाली के बाद प्रदूषण की स्थिति बढ़ जाती है, जिसके कारण लोगों को सांस लेने में, आंखों में जलन और भी कई तरह की शिकायत होने लगती है। ये हर साल की बात है जब लोग बढ़ते प्रदूषण के कारण परेशान होते हैं, लेकिन सरकार की कही हुई बात नहीं सुनते हैं। जिसके कारण हर बार हवा प्रदूषित हो जाता है।
हवा में प्रदूषण की स्थिति
दिल्ली में बुधवार की सुबह पीएम 2.5 का स्तर 500 और पीएम 10 का स्तर 379 स्थिति में रहा। इसके बाद की स्थिति और ज्यादा गंभीर हो जाती है, अगर इसकी मात्रा बढ़ जाती। वहीं गाजियाबाद की हवा में दिल्ली से ज्यादा प्रदूषण दर्ज किया गया।
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गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर
गाजियाबाद में पीएम 2.5 का स्तर 381 और पीएम 10 339 तक जा पहुंचा। इस लिहाज से दिल्ली से दिल्ली से भी ज्यादा नोएडा और गाजियाबाद वायु प्रदूषण से प्रभावित हैं।
मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेज के ऐप ‘सफर’ के मुताबिक जानिए दिल्ली-एनसीआर के पलूशन का हाल। मुंबई में पलूशन की स्थिति दिल्ली-एनसीआर से थोड़ी बेहतर है https://t.co/Zn4lWf5MEY #pollution #DelhiPollution #DelhiSmog pic.twitter.com/SKF4LfEAz2
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) October 30, 2019
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, हवा का बहाव बहुत कम होने की वजह से प्रदूषणइ दिल्ली और आसपास के इलाकों में रुक गया है। मौसम विभाग ने बताया कि, अगले दो दिनों तक राहत के आसार नहीं हैं। बता दें कि, 0-50 तक का AQI ‘अच्छा ‘ माना जाता है। 51-100 तक ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’ 201- 300 ‘खराब’ 301-400 ‘बहुत खराब’ और इससे ऊपर गंभीर श्रेणी में आता है। 500 के ऊपर AQI गंभीर और आपतकाल स्थिति के लिए होता है।
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आज आएगा और पराली की धुआं
मिली जानकारी के अनुसार मुताबिक, मंगलवार को पराली के धुएं ने दिल्ली को 25 प्रतिशत तक प्रदूषित किया। आज यह बढ़कर 29 फीसदी तक हो सकता है। 27 अक्टूबर को पराली के मामले कुछ कम हुए थे, लेकिन अब किसान बड़ी संख्या में पराली जला रहे हैं। 24 घंटे में पराली के मामले 1654 से बढ़कर 2577 पर पहुंच गए हैं। हवाओं का रुख भी उत्तर-पश्चिम का है। इस वजह से पराली का धुंआ आसानी से दिल्ली पहुंच रहा है। अगले दो दिन एयर क्वॉलिटी इंडेक्स इसी तरह का बना रहेगा। हालांकि दिन में कभी-कभी यह गंभीर श्रेणी में भी पहुंच सकता है। 1 नवंबर से ही स्थिति में सुधार की संभावना है।
मंगलवार को गाजियाबाद का पलूशन लेवल 446 और नोएडा का 439 तक दर्ज किया गया। बिगड़ती स्थिति के बीच सेंट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड ने बुधवार को टास्क फोर्स की आपात मीटिंग बलाई। पिछले 24 घंटे में उत्तर-पश्चिमी भारत में पराली जलाने के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। इस वजह से दिल्ली और आसपास स्मॉग छाया हुआ है।