वैसे तो हाथी,घोड़े,गाजे-बाजे और रथ की सवारी तो राजा-महाराजाओं के लिए ही निकलती है लेकिन इस बार ये रथ यात्रा निकली है सीतामढ़ी के डीएम राजेश रौशन के सम्मान में| सही कहा जाए तो आज राजेश रौशन इस शाही स्वागत के हकदार हैं| मई की चिलचिलाती धूप में भी ये यात्रा बड़ी ही शानो शौकत से निकली है और लोग गर्मी की परवाह किए बगैर जिलाधिकारी के सम्मान में शामिल हैं| दरअसल ये यात्रा है गर्व यात्रा जो जिले के परिहार प्रखंड से निकली है| मौका है प्रखंड को खुले में शौच मुक्त घोषित करने का| जिले के लोग जिलाधिकारी के पहल से इतने खुश हैं कि उन्होंने शाही अंदाज में उनका स्वागत किया| डीएम की पहल का प्रखंड के लोगों ने जोरदार समर्थन किया और ये प्रखंड गर्व से कह रहा है कि हम खुले में शौच से मुक्त हैं|
दरदअसल बिहार लगातार खुले में शौच से मुक्त होने की राह पर अग्रसर है अब तक कुल 8,391 ग्राम पंचायतों में से 500 से अधिक खुले में शौच से मुक्त घोषित हो चुके हैं| स्वच्छ भारत अभियान और लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत सभी जिलों में शौचालय निर्माण और उसके प्रयोग की दिशा में काम हो रहा है| यूनिसेफ की पहल पर बिहार के दो जिले सीतामढ़ी और रोहतास में इस दिशा में ठोस काम देखने को मिल रहा है| समाज को खुले में शौच से मुक्त करना केंद्र सरकार के साथ-साथ बिहार सरकार की प्राथमिकताओं में भी शामिल है| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी सरकार के सात निश्चयों में इसे शामिल किया है| हाल में ही बिहार के सीतामढ़ी जिला के परिहार प्रखंड को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने के साथ ही बेलसंड अनुमंडल और 5 प्रखंड खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं| अब तक यहां के लगभग 273 पंचायतों में से 160 में लोगों की आदत बदली है| जिलाधिकारी राजेश रौशन बहुत जल्द अपने जिले को इस सामाजिक अभिषाप से मुक्त कराने का दावा करते हैं|