करवा चौथ के दिन भूलकर भी न करें ये काम

by Mahima Bhatnagar
karwa chauth

करवाचौथ सुहागनों के लिए बहुत महत्पूर्ण उपवास माना जाता है। जो बहुत ही कठिन होता हैं एवं भारतीय सभ्यता में हर सुहागन यह उपवास अपने पति की लम्बी आयु के लिए रखती है। लेकिन इस उपवास के कुछ नियम होते हैं एवं उन नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है। जैसे:

इसे भी पढ़ें: किस तरह किया जाता है दशहरे का पूजन, पढ़ें यहां

  • चन्द्रमा की पूजा करना इसके बाद अपने पति की पूजा करना।
  • अपने पति के हाथ से जल ग्रहण करके उपवास खोलना।
  • इस दिन माँ गौरीकी पूजा करें एवं उन्हें भोग में हलवा-पूरी रखें और फिर यह प्रसाद अपनी सास को दें। ऐसा करना न भूलें।
  • वैसे तो यह करवाचौथ का उपवास पति के लिए रखा जाता है लेकिन भूल कर भी किसी बुजुर्ग का अपमान न करें। एवं पूजा के बाद बढे बूढों का आशीर्वाद लेना न भूलें।
  • करवाचौथ के दिन कभी भी सफ़ेद या काले रंग के वस्त्र धारण न करें यह रंग सुहागन के लिए अशुभ माने जाते हैं। लाल या पीला रंग इस दिन शुभ माना जाता है।
  • इस दिन सुहागन स्त्री को सफेद चीज़ों का दान नहीं करना चाहिए ऐसा करना अशुभ होता है।

इसे भी पढ़ें: नवरात्रि में किस तरह करें माता की पूजा

karwa chauth

इन सभी चीज़ों का ध्यान रखें क्योंकि इन सबसे करवाचौथ के उपवास पर बहुत असर होता है। करवाचौथ कई सालों से सुहागनों द्वारा किया जाने वाला उपवास है एवं इस उपवास को किये जाने के कई सारे कारण हैं एवं इसके साथ ही कई कहानियाँ इस व्रत से जुडी हुई हैं। वैसे तो बड़ों का सम्मान हमेशा ही करना चाहिए क्योंकि उन्होंने हमें अपनाया है और हमारा भरण भोषण किया है और अब कई जिम्मेदारियां निभाने का समय हमारा है। वैसे तो बड़ो और बच्चों सभी को सम्मान देना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: जानें: पितरों से पशु-पक्षियों का क्या है संबंध?

और अगर रंगों की बात की जाये तो करवाचौथ वाले दिन कभी सफ़ल या काला वस्त्र इसलिए न पहने क्योंकि हिंदी सभ्यता के अनुसार ये दोनों ही रंग शोक का प्रतीक माने जाते हैं। और कहा जाता है शुभ अवसर पर कभी भी ये रंग नहीं पहनना चाहिए। बाकि अन्य धर्मों में इन रंगों के लिए एक अलग ही धारणा बनी हुई है। एवं मुस्लिम धर्म में कला रंग अशुभ नहीं माना जाता और इसाई धर्म में सफ़ेद रंग शुभ माना जाता है।