नई दिल्ली। लंबे सियासी दंगल के बाद अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश को सुरक्षित रखने और समृद्ध बनाने में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के सफल रहने की प्रार्थना की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी लोगों को अपने साझा मूल्यों के प्रति एकजुट होना चाहिए और पक्षपातपूर्ण नफरत की भावना से ऊपर उठना चाहिए। ट्रंप का यह विदाई भाषण वाइट हाउस ने मंगलवार को जारी किया।
इसे भी पढ़ें: Twitter के बाद डोनाल्ड ट्रंप का Youtube अकाउंट सस्पेंड!
बाइडन आज यानी बुधवार को राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने वाले हैं। अपने संदेश में ट्रंप ने कहा कि राष्ट्रपति पद पर सेवाएं देना एक ऐसा सम्मान है जिसकी व्याख्या नहीं की जा सकती। ट्रंप ने कहा,‘इस अभूतपूर्व विशेषाधिकार के लिए आपका शुक्रिया। यह वास्तव में यही है– एक विशेषाधिकार और एक बड़ा सम्मान।’ उन्होंने कहा,‘इस सप्ताह हमने एक नए प्रशासन का आरंभ किया। अमेरिका को सुरक्षित रखने और समृद्ध बनाने के लिए उनकी (बाइडन की) सफलता की कामना करता हूं। हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं और चाहते हैं कि वे सौभाग्यशाली रहें।’
इसे भी पढ़ें: दुनिया के सबसे अमीर चीनी इंसान जैक मा हुए गायब?
‘हमारे कैपिटल पर हमले से सभी अमेरिकी आतंकित हो गए’
ट्रंप ने 20 मिनट से कुछ कम वक्त के वीडियो में अमेरिकी कैपिटल (संसद भवन) पर अपने समर्थकों के छह जनवरी के हमले पर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘हमारे कैपिटल पर हमले से सभी अमेरिकी आतंकित हो गए थे। यह उन सभी चीजों पर हमला है जिन पर एक अमेरिकी होने के नाते हम गौरव महसूस करते हैं। इसे कभी भी बर्दाशत नहीं किया जा सकता अब पहले से कहीं ज्यादा हमें अपने साझा मूल्यों के इर्द-गिर्द एकजुट होना चाहिए और पक्षपातपूर्ण नफरत की भावना से ऊपर उठना चाहिए।’
इसे भी पढ़ें: क्यों खास है Oxford University की Coronavirus Vaccine
इस दौरान उन्होंने 20 जनवरी, 2017 से 20 जनवरी 2021 तक की अमेरिकी सरकार की अहम उपलब्धियों का जिक्र किया और कहा कि उनके प्रशासन ने किसी की सोच से भी कहीं ज्यादा हासिल किया। इस बीच ऐसी चर्चा है कि रिपब्लिकन पार्टी के नेता ट्रंप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद कथित रूप से नई पार्टी बना सकते हैं। कहा जा रहा है कि इस नए दल का नाम पैट्रियाट पार्टी हो सकता है। दरअसल, ट्रंप ने अपने विदाई भाषण में समर्थकों से कहा है कि जिस आंदोलन को हमने शुरू किया है, यह केवल शुरुआत है। ट्रंप के इस बयान के बाद अमेरिका में अटकलों का बाजार गरम है।
इसे भी पढ़ें: क्या सच में बाबा रामदेव की पतंजलि ने खोज ली कोरोना की दवा?