पिछले साल हुए टॉपर्स घाटाले के आरोपियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं| प्रवर्तन निदेशालय ने बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सहित आठ लोगों के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है| जानकारी के मुताबिक इंटर टॉपर्स घोटाला मामले में इन लोगों पर हवाला के तहत केस दर्ज किया गया है।
2016 में बिहार टॉपर घोटाले में 4 कॉलेज के प्रिसिंपल समेत 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। बिहार सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर सहित चार कॉलेजों के प्रिंसिपल समेत 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
ईडी सूत्रों के अनुसार लालकेश्वर के अलावा पत्नी ऊषा सिन्हा और पीए विकास चंद्रा और फरारी के दौरान लालकेश्वर व उनकी पत्नी को बनारस में शरण देने वाले प्रभात जायसवाल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। इन आरोपियों पर गलत तरीके से अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा था।
राज्य पुलिस ने इनके खिलाफ अवैध संपत्ति की जांच के लिए ईडी को मामला सौंप दिया था। ईडी ने जांच के बाद इंफोर्समेंट केस इंफार्मेशन रिपोर्ट दर्ज कर लिया है। ईडी करीब 50 करोड़ रुपए की संपत्ति की जांच कर रही है।
क्या था मामला
बिहार में पिछले साल इंटर की परीक्षा में हुई धांधली का खुलासा हुआ था। जिसमें कई लोग आरोपी बनाए गए थे। इसमें फर्जीवाड़े से करोड़ों रुपये के डील की बात सामने आई थी। 12वीं (इंटर) की परीक्षा में आर्ट में टॉपर रही रूबी कुमारी और साइंस में टॉपर रहे सौरभ श्रेष्ठ का इंटरव्यू टीवी चैनलों पर आने के बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ था।
इस मामले में बोर्ड के सचिव, अध्यक्ष से लेकर चपरासी तक की मिली भगत से टॉपर्स बनाने का खेल खेला जा रहा था। खुलासा होने के बाद बिहार की शिक्षा व्यवस्था जांच के घेरे में आ गई थी और इसकी जांच अभी एसआइटी कर रही है। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है।