शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने राज्य के नियोजित शिक्षकों को लेकर ट्विट किया है| जाहिर है शिक्षा मंत्री का ये ट्विट विवादों को हवा देगा| ट्वीट के मुताबिक मंत्री कह रहे हैं कि ये नियोजित शिक्षक बिहार के शिक्षा तंत्र पर भारी पड़ रहे हैं| मंत्री मानते हैं कि बिहार के स्कूलों में काम करने वाले नियोजित शिक्षक सूबे के लिए बोझ बन गये हैं| दरअसल, सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था की पोल बिहार बोर्ड के 12 वीं के नतीजों से खुली है| कोई साढ़े पांच लाख छात्र फेल कर गये हैं| आर्ट्स और साइंस में फेल करने वाले छात्रों की संख्या पास करने वाले छात्रों की संख्या से अधिक है|बड़ी संख्या में ऐसे स्कूल भी हैं, जिनमें से कोई भी छात्र परीक्षा में पास नहीं हुआ है| पहले से ही अपनी समस्याओं को लेकर आंदोलनरत नियोजित शिक्षकों के लिए ये ट्विट किसी झटके से कम नहीं है| नियोजित शिक्षकों का आरोप है कि उन्हें कभी समय पर वेतन नहीं मिलता और इसके लिए उन्हें तीन से चार महीने इंतजार करना पड़ता है|
अशोक चौधरी का ताजा ट्विट उन शिक्षकों के लिए भी बड़ा झटका है जो कम तनख्वाह पाते हुए भी स्कूलों में अपना सौ फीसदी देते हैं|