बाढ़ कोर्ट में हुई फायरिंग और हत्या मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मामले में 25 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। यह सभी पुलिसकर्मी वारदात के वक्त कोर्ट में मौजूद थे। इन सभी को काम में लापरवाही बरतने की वजह से निलंबित किया गया है। जानकारी के मुताबिक फायरिंग के वक्त वहां मौजूद सभी पुलिसकर्मी हाजत में जाकर छिप गए। इन पुलिसकर्मियों ने ना तो अपराधियों से लोहा लिया और ना ही उन्हें पकड़ने की कोशिश की। इस मामले में हुई चूक की जांच की जा रही है…?
क्या है पूरा मामला?
दरअसल शुक्रवार को दोपहर के वक्त बाढ़ कोर्ट में हथियारों से लैस दो अपराधियों ताबड़तोड़ फायरिंग करते दाखिल हुए। अपराधियों ने कोर्ट में पेशी के लिए लाये गये कुख्यात कैदी गुड्डु सिंह को मौत के घाट उतार दिया। इस गोलीबारी में दो अन्य कैदी बरकुन महतो और गुड्डू सिंह जख्मी हो गए। दिनदहाड़े इस जघन्य वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी हवाई फायरिंग करते हुए कोर्ट से फरार भी हो गए। कोर्ट में फायरिंग से वहां दहशत मच गया। अफरातफरी में कई लोग घायल भी हो गए। सबसे गंभीर बात यह है कि इस दौरान कोर्ट में 25 पुलिसकर्मी तैनात थे, लेकिन कोई भी पुलिसकर्मी अपराधियों के मुकाबले का सामना करने नहीं आय़ा।
फिल्मी स्टाइल में हुई इस वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। शुरुआती जांच में कोर्ट में मौजूद पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है, जिसके बाद उनपर कार्रवाई की गई है। फिलहाल पुलिस कोर्ट में फायरिंग करने वाले अपराधियों की तलाश कर रही है।