पटना: बिहार विधान परिषद् चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। 11 सीटों के लिए 26 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने अपने कोटे से तीन उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा दो नए चेहरे को उम्मीदवार बनाया गया है। जेडीयू ने इसके लिए रामेश्वर महतो और खालिद अनवर को उम्मीदवार बनाया है। महतो सीतामढ़ी के रहने वाले हैं, उन्हें कुशवाहा कार्ड के रूप में पार्टी ने उतारा है जबकि मुस्लिम कार्ड के रूप में खालिद अनवर को विधान परिषद भेजने का फैसला किया गया है।
इधर जदयू की सहयोगी पार्टी बीजेपी ने भी अपने तीन उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अलावा तीसरे चेहरे के तौर पर दलित नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान को उतारा गया है।
उधर, मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने चार उम्मीदवार खड़े किए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी और लालू के माली खुर्शीद मोहसिन उम्मीदवार बनाए गए हैं। राजद की सहयोगी पार्टी कांग्रेस ने भी प्रेमचंद मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है। 16 अप्रैल को नामांकन की आखिरी तारीख है और 19 अप्रैल को नाम वापस लेने की आखिरी तारीख है। अगर जरूरी हुआ तो 26 अप्रैल को चुनाव कराए जाएंगे। वैसे जानकार बता रहे हैं कि बिहार में अधिकतर निर्विरोध ही एमएलसी चुनाव होते रहे हैं। लिहाजा, इन उम्मीदवारों का विधान परिषद पहुंचना तय माना जा रहा है।
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गौरतलब है कि 11 विधान पार्षदों का कार्यकाल 6 मई 2016 को समाप्त हो रहा है। उन्हीं रिक्त स्थानों के लिए ये चुनाव हो रहे हैं। सेवानिवृत होने वालों में सबसे ज्यादा जेडीयू के छह सदस्य हैं। इनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह, चंदेश्वर प्रसाद राजवंशी, उपेंद्र प्रसाद, राजकिशोर सिंह कुशवाहा शामिल हैं। भाजपा की तरफ से सुशील कुमार मोदी और मंगल पांडेय के अलावा सत्येंद्र नारायण सिंह और लालबाबू प्रसाद हैं। इसके अलावे विधान परिषद् में विपक्ष की नेता राबड़ी देवी का भी कार्यकाल 6 मई को समाप्त हो रहा है।