गंगा नदी की अविरलता और निर्मलता के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री उमा भारती और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच पटना में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई| इस बैठक में केंद्रीय मंत्री ने माना कि गंगा में गाद की समस्या है और इसे हटाना होगा| उमा भारती ने भरोसा दिया कि नीतीश कुमार की तरफ से दिए गए सुझावों का पूरा ध्यान रखा जाएगा| बैठक में सीएम ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि गंगा की निर्मलता उसकी अविरलता के बिना संभव नहीं है| हम इस मामले को लगातार उठाते रहे हैं,गंगा में सिल्ट के चलते इसके बहाव में कमी आ गयी है| बीस साल पहले गंगा की जो गहराई थी,आज उसे देख दुख होता है| गंगा छिछली हो गई है| सीएम ने कहा कि आज जो गंगा की हालत है उसकी पड़ताल अधिकारी और विशेषज्ञों को स्थल का निरीक्षण कर देखना चाहिए और तभी समस्या के सामाधान के बारे में सोचना चाहिए|
बैठक के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इकोलॉजी,इंजीनियरिंग और गंगा नदी के प्रति लोगों की भावना को देखते हुए सामाधान ढूंढना होगा| स्थल का निरीक्षण कर लोगों से जानकारी लेकर ही समस्या का समाधान होगा| अगर अविरलता नहीं रहेगी तो गंगा निर्मल कहां से होगी? जो सीवरेज ट्रीटमेंटट प्लांट लगाया जा रहा है,उसका पानी वापस नदी में गिरे,इसे देखना होगा| बीस साल पहले गंगा नदी का पानी बाल्टी में रखने पर गाद नहीं जमता था| अब यह नहाने लायक नहीं बचा है|